सभी वीरांगनायें हमारे लिये हाडी रानी – देवनानी
विधान सभा में कारगिल वीरांगनाओं का सम्‍मान


कारगिल शौर्य वाटिका में वीरांगनाओं ने शहीदों की याद में लगाये पौधे


जयपुर, 24 जुलाई (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि राजस्‍थान विधान सभा का यह लोकतंत्र का पावन स्‍थल अब वीर शहीदों की शहादत की स्‍मृति‍ में राष्‍ट्र प्रेरणा का तीर्थ भी बन गया है। अब यहां से वीरता की गूंज भी निकलेगी। श्री देवनानी ने कहा कि जय हिन्‍द हमारे लिए गर्व का घोष है। देवनानी ने कहा कि राष्‍ट्र की रक्षा में अपने परिजनों को समर्पित करने वाली वीरांगनाएं समाज के लिए हाडी रानी है। इनके ऋण को तो हम चुका नहीं सकते, लेकिन उनकी स्‍मृति को बनाये रखने और वीरांगनाओं का सम्‍मान करने का दायित्‍व हम सभी को मिलकर निभाना है।

विधान सभा अध्‍यक्ष श्री देवनानी गुरूवार को राजस्‍थान विधान सभा में कारगिल विजय दिवस (26 जुलाई) की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित समारोह को सम्‍बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर देवनानी ने 21 वीरांगनाओं का शॉल ओढाकर और स्‍मृति चिन्‍ह भेंट कर सम्‍मान किया। देवनानी ने इस अवसर पर विधान सभा परिसर में शहीदों की शहादत की अमिट स्‍मृति के लिए बनाई गई कारगिल शौर्य वाटिका का पटि्टका अनवारण कर उद्घाटन किया। देवनानी ने कारगिल शौर्य वाटिका में वीरांगनाओं के साथ सिंदूर का पौधा रोंपा। विधान सभा में हरियाली अमावस्‍या पर आयोजित इस राष्‍ट्र भक्ति समारोह के तहत राज्‍य सरकार के मंत्री, विधायकों ने भी वीरांगनाओं के साथ वाटिका में सिंदूर, एरिका पाम, सांग ऑफ इण्डिया, किसना फाइकस और क्रोटोन प्रजाति‍ के एक हजार एक सौ पौधे लगाये।

विधान सभा अध्‍यक्ष देवनानी ने कहा कि विधानसभा परिसर में निर्मित यह वाटिका प्रत्‍येक जनप्रतिनिधि को किसी क़ानून पर हस्ताक्षर करते समय याद दिलाएगी कि वीर शहीदों के कारण ही राष्ट्र और संविधान की रक्षा संभव है। उन्‍होंने कहा कि सीमाओं पर लडा गया कारगिल युद्ध आत्‍म बल, राष्‍ट्रभक्ति और त्‍याग का अद्वितीय उदाहरण है। उन्‍होंने कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि है। यहां के कण-कण में शौर्य गूंजता है। हम हाडी रानी के वंशज है जिन्होंने अपने वीर पति को युद्ध भूमि में अपना कटा शीश भेज दिया था। समस्त वीरांगनायें हमारे लिये हाडी रानी ही है।

सैनिक कल्‍याण मंत्री कर्नल राज्‍यवर्धन राठौड ने कहा कि राजस्‍थान विधान सभा में कारगिल शौर्य वाटिका का निर्माण और वीरांगनाओं का सम्‍मान के लिए विधान सभा अध्‍यक्ष देवनानी की सोच सम्‍मानीय है। उन्‍होंने कहा कि वीरांगनाओं के सम्‍मान की जिम्‍मेदारी हम सभी की है। विशेषकर जिस गांव में वीरांगना निवास कर रही है, वहां के लोगों की जिम्‍मेदारी अधिक हो जाती है। राठौड ने कहा कि कारगिल अनोखा युद्ध था। इस युद्ध में भारतीय सेना का विपरित परिस्थितियों में विजयी होना अभूतपूर्व है।

वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि राजस्‍थान विधान सभा में शौर्य वाटिका का निर्माण अभूतपूर्व पहल है। यह वाटिका प्रकृति संरक्षण में योगदान के साथ-साथ शहीदों की स्‍मृति का पावन स्‍थल भी बन गई है। उन्‍होंने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि सैनिकों के कारण ही राष्‍ट्र विदेशी ताकतों से सुरक्षित रह पाता है। राजस्‍थान सैनिक कल्‍याण सलाहकार समिति के अध्‍यक्ष प्रेम सिंह बाजौर ने कहा कि वीरांगनाओं का सम्‍मान करना हमारा कर्तव्‍य है। उन्‍होंने कहा कि जहां भी शहीदों की मूर्ति लगी हुई है, वहां से जब भी हम निकले तो शहीद के सम्‍मान में अपना शीश जरूर झुकाएं।

सम्‍मानित होने वाली वीरांगनाएं – राजस्‍थान विधान सभा अध्‍यक्ष वासुदेव देवनानी ने कारगिल विजय दिवस के गौरवमयी अवसर पर इस समारोह में ऑपरेशन विजय (कारगिल युद्ध 1999) में प्रोणोत्‍सर्ग करने वाले शूरवीरों (बैटल कैजुएलिटी- फेटल) की 21 वीरांगनाओं का शॉल ओढाकर और स्‍मृति चिन्‍ह भेंट कर सम्‍मान किया। इस मौके पर श्रीमती सुमित्रा देवी पत्नी ग्रेनेडियर राजकुमार चूरू, श्रीमती सुभिता देवी पत्‍नी सिपाही विनोद कुमार नागा सीकर, श्रीमती मुनेश देवी पत्‍नी सिपाही रणवीर सिंह झुंझुनू, श्रीमती सरिता देवी पत्‍नी सिपाही विजयपाल सिंह झुंझुनू, श्रीमती विमला देवी पत्‍नी लान्‍स नायक दयाचन्‍द जाखड सीकर, श्रीमती सुमित्रा देवी पत्‍नी लान्‍स हवलदार महेन्‍द्र सिंह चूरू, श्रीमती सुनिता देवी पत्‍नी ग्रेनेडियर सीताराम कुमावत सीकर, श्रीमती कमला कंवर पत्‍नी सूबेदार सुमेर सिंह राठौड चूरू, श्रीमती विजेश देवी पत्‍नी लान्‍स नायक भगवान सिंह, श्रीमती संतोष कंवर पत्‍नी एफ नायक आनन्‍द सिंह जयपुर, श्रीमती कृष्‍णा कंवर पत्‍नी वाई राइफल मैन विक्रम सिंह कोटपूतली – बहरोड, श्रीमती रेणु देवी पत्‍नी गनर राजकुमार झुंझुनू, श्रीमती दुर्गा देवी पत्‍नी लान्‍स नायक दशरथ कुमार यादव झुंझुनू, श्रीमती मुन्‍नी देवी पत्‍नी हवलदार मनीराम झुंझुनू, श्रीमती विमला देवी पत्‍नी सिपाही शीशराम चूरू, श्रीमती मनोज देवी पत्‍नी सिपाही नरेश कुमार झुंझुनू, श्रीमती भंवरी देवी पत्‍नी सिपाही श्‍योदानाराम सीकर, श्रीमती सावित्री देवी पत्‍नी नायक रामस्‍वरूप सिंह झुंझुनू, श्रीमती तस्‍वीर देवी पत्‍नी लान्‍स नायक बस्‍तीराम झुंझुनू, श्रीमती शर्मिला देवी पत्‍नी सिपाही सुरेश सिंह झुंझुनू का सम्‍मान किया गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / संदीप