कानून व्यवस्था का मानक पेश कर रहा उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री
कभी दंगा प्रदेश के रूप में था बदनाम, आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की बनी पहचान : मुख्यमंत्री*


कभी दंगा प्रदेश के रूप में था बदनाम, आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की बनी पहचान : मुख्यमंत्री*


कभी दंगा प्रदेश के रूप में था बदनाम, आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की बनी पहचान : मुख्यमंत्री*


कभी दंगा प्रदेश के रूप में था बदनाम, आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की बनी पहचान : मुख्यमंत्री*


कभी दंगा प्रदेश के रूप में था बदनाम, आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की बनी पहचान : मुख्यमंत्री*


कभी दंगा प्रदेश के रूप में था बदनाम, आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की बनी पहचान : मुख्यमंत्री*


कभी दंगा प्रदेश के रूप में था बदनाम, आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की बनी पहचान : मुख्यमंत्री*


कभी दंगा प्रदेश के रूप में था बदनाम, आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की बनी पहचान : मुख्यमंत्री*


कभी दंगा प्रदेश के रूप में था बदनाम, आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की बनी पहचान : मुख्यमंत्री*


कभी दंगा प्रदेश के रूप में था बदनाम, आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की बनी पहचान : मुख्यमंत्री*


गोरखपुर, 24 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो उत्तर प्रदेश आठ वर्ष पहले तक दंगा प्रदेश के रूप में बदनाम था, गुंडों-माफिया से तबाह था, वही उत्तर प्रदेश आज कानून व्यवस्था का मानक पेश कर रहा है। दंगामुक्त और गुंडामुक्त उत्तर प्रदेश आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है।

सीएम योगी गुरुवार को 26वीं वाहिनी पीएसी परिसर में 11 मंजिला बैरक टॉवर तथा 30 बेड के हॉस्पिटल के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज कोई भी बाहरी व्यक्ति कानून व्यवस्था के मामले में यूपी पर हंस नहीं सकता, अंगुली नहीं उठा सकता। यूपी का नौजवान आज कहीं भी जाता है तो सम्मान पाता है जबकि आठ वर्ष पहले यहां के नौजवान को यूपी के नाम पर एक कमरा तक नहीं मिलता था। यूपी के नाम पर बाहर के लोगों के सामने डरावना दृश्य होता था। आज इन सबसे उबरकर नए भारत का नया उत्तर प्रदेश कानून व्यवस्था की नजीर प्रस्तुत करने वाला राज्य बन गया है।

चुनौतियों से जूझ रही थी सबसे अधिक आबादी वाले राज्य की पुलिस

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेना देश की वाह्य सुरक्षा का दायित्व संभालती है तो आंतरिक मामलों और कानून व्यवस्था के लिए सिविल पुलिस की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि देश की सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर की पुलिस, लगातार पुलिसकर्मियों की कमी और अवस्थापना सुविधाओं की चुनौतियों से जूझ रही थी। आठ साल पहले यहां शांति की कल्पना तक नहीं की जा सकती थी, यह सपना था। तब पुलिस के लाखों पद खाली थे लेकिन नीयत सही न होने से तत्कालीन सरकारें पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाती थीं। कभी भर्ती में खामी तो कभी बेईमानी, भ्रष्टाचार के चलते कोर्ट से रोक लग जाने के चलते नौजवान भटकने को मजबूर थे।

आठ साल में 2.16 लाख पुलिस भर्ती

सीएम योगी ने अपनी सरकार के दौरान पारदर्शी पुलिस भर्ती प्रक्रिया की चर्चा करते हुए बताया कि आठ साल में 2 लाख 16 हजार भर्तियां यूपी पुलिस में की गई हैं। इसमें न सिफारिश की गुंजाइश थी और न ही भ्रष्टाचार की। इन भर्तियों में हाल ही में हुई दुनिया की सबसे बड़ी 60244 पुलिसकर्मियों की भर्ती भी शामिल है।

यूपी में कई गुना बढ़ गई पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण की क्षमता

मुख्यमंत्री ने कहा कि आठ साल पहले उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण की क्षमता केवल तीन हजार की थी। जबकि आज यह कई गुना बढ़ गई है। आज 60 हजार से अधिक प्रशिक्षु प्रदेश के 112 प्रशिक्षण केंद्रों पर एकसाथ प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

बैरक टॉवर और हॉस्पिटल का सीएम ने किया निरीक्षण

मंचीय कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएसी के बैरक टॉवर का निरीक्षण किया। बैरक टॉवर की व्यवस्थाओं और यहां उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने परिसर में बने हॉस्पिटल का भी निरीक्षण किया। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री के आगमन पर पीएसी बैंड द्वारा उनका स्वागत किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय