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रोहतक, 24 जुलाई (हि.स.)। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू.) में इनसो ने छात्र हितों की आवाज बुलंद करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इनसो हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक मलिक के नेतृत्व में सैकड़ों छात्रों ने वाइस चांसलर कार्यालय का घेराव किया और विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्रों की समस्याओं पर तुरंत कार्रवाई करने की मांग की।
गुरुवार को काफी संख्या में छात्रों ने एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान इनसो प्रदेश अध्यक्ष दीपक मलिक ने कहा कि एमडीयू द्वारा इंटेग्रेटेड कोर्स के छात्रों को प्रमोट न करना, 500 रुपये की जबरन ऐल्युमनी फीस वसूली और री-अपीयर छात्रों को फिर से एडमिशन या परीक्षा देने का मौका न देना गलत है।
छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय की यह नीति छात्र विरोधी है और इससे हजारों छात्रों का भविष्य दांव पर लग गया है।
दीपक मलिक ने वीसी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि एमडीयू प्रशासन ने इंटेग्रेटेड कोर्स के विद्यार्थियों के खिलाफ एक तानाशाहीपूर्ण फरमान निकाला है, जिसमें ये कहा गया है इंटरग्रेटेड कोर्स का विधार्थी अगर छठे सेमेस्टर तक क्लियर नहीं है, मतलब एक भी री-अपीयर है तो उसको सातवें सेमेस्टर में दाखिला नहीं दिया जाएगा। यह सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि इनसो किसी भी छात्र का शैक्षणिक वर्ष बर्बाद नहीं होने देगी। जिन छात्रों की री-अपीयर आई है, उन्हें फिर से पेपर देने का मौका मिलना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिल