(राउंड अप) हिमाचल में फिर भारी बारिश की चेतावनी, कई जिलों में अलर्ट, अबतक 147 की मौत
शिमला में वर्षा


शिमला, 24 जुलाई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर लगातार जारी है। मौसम विभाग ने 26 से 30 जुलाई तक प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। गुरुवार को भी राजधानी शिमला सहित कई क्षेत्रों में जोरदार बारिश हुई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा।

मौसम विभाग के मुताबिक 26 जुलाई को मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। 27 जुलाई को लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर बाकी सभी 10 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। 28 जुलाई को सिरमौर, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर जिलों में भारी बारिश का अलर्ट रहेगा।

बीते 24 घंटे में कांगड़ा के नगरोटा सुर्रियां में सबसे ज्यादा 55 मि.मी. बारिश रिकॉर्ड की गई। बिलासपुर के नैना देवी में 33 मि.मी., गुलेर में 29 मि.मी., नाहन में 28 मिमी और अन्य स्थानों पर भी अच्छी बारिश हुई।

274 सड़कें बंद, बिजली-पानी की आपूर्ति प्रभावित

भारी बारिश और भूस्खलन के कारण प्रदेश में 274 सड़कें अभी भी बंद पड़ी हैं। मंडी जिले में सबसे ज्यादा 165 सड़कें, कुल्लू में 58 और सिरमौर में 22 सड़कें ठप हैं। मंडी के कोटली क्षेत्र में नेशनल हाईवे-70 भी बंद है। इसके अलावा राज्य भर में 56 बिजली ट्रांसफार्मर और 173 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हैं।

मानसून सीजन में भारी तबाही

20 जून से अबतक मानसून की वजह से हिमाचल में 147 लोगों की मौत हो चुकी है, 229 लोग घायल हुए और 34 लोग लापता बताए जा रहे हैं। मंडी जिले में सबसे ज्यादा 28, कांगड़ा में 22, चंबा में 17, कुल्लू में 15 और शिमला में 11 लोगों की जान गई है।

भारी बारिश और भूस्खलन से अब तक 409 मकान, 291 दुकानें और 1099 गौशालाएं पूरी तरह ढह गईं, जबकि 853 मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। अकेले मंडी में 964 मकान प्रभावित हुए, जिनमें से 373 पूरी तरह नष्ट हो गए हैं।

1387 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान

अब तक प्रदेश में करीब 1387 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान आंका गया है। सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को 651 करोड़ रुपये और जल शक्ति विभाग को 453 करोड़ रुपये का हुआ है।

मानसून के दौरान हिमाचल में 28 भूस्खलन, 42 फ्लैश फ्लड और 25 बादल फटने की घटनाएं हुईं। इनमें मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित रहा, जहां 15 बादल फटने, 11 फ्लैश फ्लड और 4 भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की गई हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा