गुरुग्राम: केंद्र अधीक्षक सीईटी परीक्षा के लिए अपनी तैयारियां पूरी रखें: भूपेंद्र चौहान
गुरुग्राम में सीईटी परीक्षा की तैयारियों को लेकर बैठक में मौजूद अधिकारी।


-परीक्षा की शुचिता बनाए रखना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता

गुरुग्राम, 24 जुलाई (हि.स.)। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य भूपेंद्र चौहान ने कहा कि जिला प्रशासन व हरियाणा सरकार सीईटी परीक्षा की पवित्रता को कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध है। जिले के सभी केंद्र अधीक्षक सीईटी परीक्षा के लिए अपनी तैयारियां पूरी रखें। उन्होंने कहा कि पारदर्शी व नकल रहित वातावरण में इस परीक्षा का आयोजन करवाया जाएगा। वे यहां परीक्षा की तैयारियों को लेकर गुरुवार को बैठक में बोल रहे थे। इस अवसर पर डीसीपी हेडक्वार्टर अर्पित जैन, डीसीपी ट्रैफिक राजेश मोहन व एडीसी वत्सल वशिष्ट भी मौजूद रहे।

एचएसएससी सदस्य भूपेंद्र चौहान ने कहा कि आयोग ने परीक्षा के लिए जो एसओपी जारी की है, उसकी पालना सुनिश्चित की जाए। इस एसओपी को सभी केंद्र अधीक्षक ध्यान से पढ़ें और उसके अनुसार परीक्षा प्रक्रिया को अमल में लाया जाए। उन्होंने कहा कि जिला खजाना अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि ओएमआर शीट और प्रश्न-पत्र के बॉक्स उनके कोड के अनुसार एक ही स्थान पर रखे जाएं। एक कोड के बॉक्स अलग-अलग जगह पर नहीं होने चाहिए। ट्रेजरी से लेकर परीक्षा कक्ष तक हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे और बॉक्स रखने, खोलने व पेपर देने की सारी रिकॉर्डिंग सीसीटीवी कैमरे के सामने होगी। प्रश्न-पत्र की सील खोलने से पहले दो अभ्यार्थियों से यह लिखवाया जाएगा कि ओएमआर व पेपर दोनों सीलबंद लिफाफे में हैं, उसके बाद ही उनकी सील खोली जाएगी।

भूपेंद्र चौहान ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे आयोग की एजेंसी द्वारा लगवाए जाएंगे। परीक्षा के दौरान शिक्षण संस्था के सीसीटीवी बंद रहेंगे। परीक्षार्थियों की जांच व बायोमीट्रिक हाजिरी के लिए केंद्र के मुख्य द्वार पर ही टीम तैनात रहेगी। इस बार ऐसी व्यवस्था की गई है कि अभ्यर्थियों को हाजिरी लगवाने के लिए अधिक समय तक खड़ा नहीं होना पड़ेगा। परीक्षार्थी अपनी ओएमआर शीट में रोल नंबर, जन्म तिथि की जानकारी अवश्य भरें। डीसी अजय कुमार ने कहा कि परीक्षा की शुचिता बनाए रखना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी ड्यूटी मजिस्ट्रेटों को निर्देश दिए कि वे परीक्षा के दौरान सक्रिय रूप से निगरानी करें तथा परीक्षा केंद्रों की नियमित रिपोर्टिंग सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ड्यूटी मजिस्ट्रेट अपने-अपने केंद्रों पर समय से पहुंचें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत जिला कंट्रोल रूम को सूचित करें।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान परीक्षा प्रक्रिया से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातों पर विस्तृत जानकारी दी गई, जिसमें प्रश्नपत्रों की गोपनीयता, सीसीटीवी निगरानी, बायोमीट्रिक उपस्थिति, मोबाइल निषेध क्षेत्र, परीक्षा केंद्र की सुरक्षा व्यवस्था, और अनुशासन बनाए रखने जैसे बिंदु शामिल रहे। इस अवसर पर एएलसी कुशल कटारिया, गुरुग्राम के एसडीएम परमजीत चहल, बादशाहपुर के एसडीएम संजीव सिंगला, पटौदी के एसडीएम दिनेश लुहाच, मानेसर के एसडीएम दर्शन यादव, सोहना के एसडीएम अखिलेश यादव, सीटीएम सपना यादव, हिपा की संयुक्त निदेशक ज्योति नागपाल, जिला शिक्षा अधिकारी कैप्टन इंदु बोकन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर