छिंदवाड़ाः अधिकारियों द्वारा लगातार किया जा रहा खाद वितरण केन्द्रों का निरीक्षण
छिंदवाड़ाः अधिकारियों द्वारा लगातार किया जा रहा खाद वितरण केन्द्रों का निरीक्षण


छिन्दवाडा, 24 जुलाई (हि.स.)। कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार खरीफ सीजन में किसानों को यूरिया खाद की सुचारु आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु अधिकारियों द्वारा लगातार खाद वितरण केन्द्रों का निरीक्षण किया जा रहा हैं। इसी क्रम में गुरुवार को छिंदवाड़ा एसडीएम सुधीर जैन द्वारा जिले में परासिया रोड स्थित मार्कफेड खाद वितरण केन्द्र का निरीक्षण कर वितरण प्रक्रिया का जायजा लिया गया।

निरीक्षण के दौरान खाद वितरण की पारदर्शिता, किसानों की लाइन व्यवस्था एवं स्टॉक की उपलब्धता की जानकारी ली गई। वहीं अमरवाड़ा एसडीएम हेमकरण धुर्वे द्वारा अमरवाड़ा कृषि उपज मंडी स्थित खाद वितरण केंद्र का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान एसडीएम धुर्वे ने समिति प्रबंधक एवं संबंधित अधिकारियों को वितरण में गति लाने तथा किसानों को प्रतीक्षा न करनी पड़े, इसके लिए समुचित प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर शीलेन्‍द्र सिंह के निर्देशानुसार जिले भर में खाद वितरण की नियमित निगरानी की जा रही है, ताकि किसानों को समय पर और पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध हो सके। कलेक्टर ने कृषकों से अपील की है कि वे संयम बनाए रखें एवं निर्धारित प्रक्रिया के माध्यम से खाद प्राप्त करें। जिले में यूरिया की कोई कमी नहीं है तथा वितरण व्यवस्था की लगातार निगरानी की जा रही है। किसी भी प्रकार की अनियमितता, कालाबाज़ारी या टैगिंग की शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

जिले को दो दिन में होगी 4000 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति

कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने बताया कि खरीफ सीजन में किसानों को उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है। जिले के सभी यूरिया वितरण केंद्रों पर राजस्व, कृषि, सहकारिता और मार्कफेड विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीमें सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं।

कृषि उप संचालक जितेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि जिले में वर्तमान में लगभग 2500 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है और अगले दो दिनों में 02 रैक से 4000 मीट्रिक टन यूरिया और प्राप्त हो जाएगा। इनमें चंबल की रैक से 1800 मीट्रिक टन और कोरोमंडल की रैक से लगभग 2200 मीट्रिक टन यूरिया शामिल है। इसके साथ ही 05 अन्य रैक ट्रांजिट में हैं, जिससे जुलाई माह में लगभग 10000 मीट्रिक टन अतिरिक्त यूरिया जिले को प्राप्त होगा।

वितरण व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने हेतु सभी मार्कफेड गोदामों पर अनुविभागीय अधिकारी स्वयं उपस्थित होकर 3-4 वितरण काउंटर संचालित करवा रहे हैं। किसानों को संयम के साथ वितरण केंद्रों पर पहुंचने की अपील की गई है ताकि लाइन में समय न लगे और उन्हें सुव्यवस्थित ढंग से खाद मिल सके। प्रशासन द्वारा किसानों से यह भी अनुरोध किया गया है कि वे कृषि वैज्ञानिकों की सलाह के अनुसार प्रति एकड़ अधिकतम 2 बैग यूरिया का ही प्रयोग करें ताकि उपज में लाभ के साथ-साथ मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहे।

इस वर्ष 05 एफआईआर दर्ज, 23 लाइसेंस निरस्त और 37 किए गए निलंबित

कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार जिले में यूरिया उर्वरक की कालाबाजारी और अवैध भंडारण पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में जिले के लावाघोघरी थाना अन्तर्गत मैनीखापा क्षेत्र के विकास कृषि केंद्र के संचालक श्री विकास सूर्यवंशी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। उन पर आरोप है कि उन्होंने निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर यूरिया का विक्रय किया।

कृषि उप संचालक जितेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि इस वर्ष अब तक जिले में यूरिया से संबंधित अवैध गतिविधियों पर 5 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इसके अतिरिक्त 23 विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं और 37 लाइसेंस निलंबित किए जा चुके हैं। जिले के सभी निजी विक्रेताओं के यहां कृषि विभाग के विस्तार अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि उनका विक्रय पूरी तरह निगरानी में हो। प्रशासन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि कोई भी विक्रेता निर्धारित दर से अधिक मूल्य वसूलता पाया गया या किसी अन्य उर्वरक की टैगिंग करता मिला, तो उसके विरुद्ध तत्काल कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

इसके साथ ही जिला प्रशासन ने किसानों से यह भी अपील की है कि वे अधिक मूल्य वसूली या अनियमितता की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों या नियंत्रण कक्ष को दें ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर