झज्जर : गांव धनीरवास में सरकार से शराब का ठेका नहीं खोलने की मांग
पंचायत में लिए गए फैसले की जानकारी देते गांव धनीरवास के लोग।


झज्जर, 24 जुलाई (हि.स.)। जिले के गांव धनीरवास के लोगों ने सरकार से गांव में शराब की दुकान नहीं खोलने की मांग की है। ग्रामीणों ने गुरुवार को गांव में पंचायत करके मामले पर विचार विमर्श किया। सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करके गांव में शराब की दुकान नहीं खोलने की मांग की गई की। निर्णय लेकर घोषणा की कि गांव में शराब की दुकान खोलने के प्रयासों का हर तरीके से कड़ा विरोध किया जाएगा और किसी भी सूरत में शराब की दुकान नहीं खुलने दी जाएगी।

गांव धनीरवास में पहले भी शराब की दुकान नहीं थी। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में शराब की दुकान खोलने के लिए बुधवार को ही लोहे का एक दुकाननुमा कंटेनर रख दिया गया है। शराब की दुकान जिस स्थान पर खोलने के लिए कंटेनर रखा गया है वह गांव की रिहायशी सीमा में ही नहीं बल्कि मंदिर जाने वाले रास्ते में है। जबकि कानून के अनुसार मंदिर के निकट और गांव की सीमा में शराब की दुकान नहीं खोली जा सकती। यहां दुकान ग्रामीणों की सहमति या पंचायत की अनुमति के बिना ही खोलने की कोशिश की जा रही है।

पंचायत में मौजूद ग्रामीणों ने कहा कि अभी तक उनका गांव शराब की बुराई से मुक्त है लेकिन यहां शराब की दुकान खुली तो गांव के युवा नशे के गर्त की ओर चले जाएंगे। यहां कानून व्यवस्था खराब हो जाएगी। अर्थव्यवस्था बिगड़ जाएगी और माहौल पूरी तरह खराब हो जाएगा। इसलिए किसी भी हालत में गांव में शराब की दुकान नहीं खुलने दी जाएगी। ग्राम पंचायत के सरपंच राकेश ने बताया कि गांव में मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते के साथ शराब की दुकान खोलने के लिए लोहे का दुकान जैसा कंटेनर रख दिया गया है। उन्होंने बताया कि मंदिर और खेतों में जाने के लिए यह मुख्य रास्ता है। इसलिए गांव की बहन बेटियां इसी रास्ते से खेतों में जाती हैं। यहां शराब की दुकान खोली गई तो बहन बेटियों की दृष्टि से सही नहीं रहेगा, गांव का माहौल खराब हो जाएगा। इसी कारण से गांव में शराब की दुकान नहीं खोलने की मांग की जा रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज