गांधी स्कूल में मसीहा बनकर पहुंचे डीसी, बेहोश हो रहे छात्र की बचाई जान
अस्पताल लेकर पहुंचे डीसी


अस्पताल में जाना छात्र का हाल


रामगढ़, 24 जुलाई (हि.स.)। रामगढ़ डीसी फ़ैज़ अक अहमद मुमताज ने जब से पदभार ग्रहण किया है, वे मानवता को बचाने के लिए लगातार पहल कर रहे हैं। उनका मिशन है कि लोग आपातकाल में एक दूसरे की सहायता करें, ताकि उनका जीवन बचाया जा सके। गुरुवार को डीसी खुद मसीहा बनकर गांधी स्मारक 10 + 2 उच्च विद्यालय पहुंचे और एक छात्र का जीवन उनकी पहल से ही बचाई जा सकी। क्लास में बेहोश हो रहे छात्र को डीसी ने खुद फर्स्ट एड देने का प्रयास किया। इसके बाद तत्काल अपनी गाड़ी में ही बिठाकर छात्र को सीधा अस्पताल लेकर पहुंचे। चिकित्सकों ने तत्काल इलाज शुरू किया और उस छात्र को मौत के मुंह से बाहर निकाल लिया।

जहरीले जीव के काटने से क्लास में ही बेहोश हुआ अभय

गांधी स्मारक 10 + 2 उच्च विद्यालय में गुरुवार को पढ़ाई के दौरान ही 12वीं कला संकाय का छात्र अभय कुमार के मुंह से अचानक झाग निकलने लगा और वह बेहोशी की हालत में पहुंच गया। छात्रों ने देखा तो वहां मदद के लिए शोर मचाने लगे। अभय को किसी जहरीले जीव ने काटा था,‌ जिसकी वजह से उसके मुंह से झाग निकलने लगा था। डीसी फ़ैज़ अक अहमद मुमताज बिना किसी पूर्व सूचना के उस विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे थे। दो-तीन क्लास में वे गए ही थे, कि उन्हें छात्र के बेहोश होने की खबर दी गई। तत्काल अपना निरीक्षण छोड़कर उस क्लास में गए और छात्र की मदद की।

प्रिंसिपल ने कहा भगवान बनाकर आए डीसी

गांधी स्मारक 10 + 2 उच्च विद्यालय के प्राचार्य संतोष कुमार अनल घटना को बेहद रहस्यमय तरीके से देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि डीसी उनके विद्यालय में आएंगे इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। जिस वक्त डीसी निरीक्षण का कार्य कर रहे थे, इस दौरान यह हादसा हुआ। अगर उस समय डीसी वहां नहीं मौजूद होते तो शायद उस छात्र की जान नहीं बच पाती। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारी का रामगढ़ जिले में होना बेहद सौभाग्य की बात है।

12 घंटे के मेडिकल ऑब्जर्वेशन में है छात्र

सदर अस्पताल में चिकित्सकों ने अभय का इलाज किया। बस स्टैंड के पीछे रहने वाले अभय के परिजन भी अस्पताल में मौजूद हैं। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक हरेन प्रसाद महतो ने कहा कि छात्र के मुंह से झाग आ रहा था। इलाज के दौरान उसे 12 घंटे के लिए मेडिकल ऑब्जर्वेशन में ही रखा गया है। इसके बाद ही उसे अस्पताल से छोड़ा जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश