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जयपुर, 24 जुलाई (हि.स.)। शहर में हरियाली बढ़ाने की कोशिश पर हेरिटेज निगम उपायुक्त का आदेश भारी पड़ रहा है। आदेश के चलते निगम पार्षदों ने अपने क्षेत्र में पौधारोपण से दूरी बना ली है। इस आदेश को लेकर पार्षद विरोध में उतर आए है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हेरिटेज निगम ने हरियालो राजस्थान के तहत दो लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था इसके तहत 50 हजार पौधे पार्क में लगाने तथा 10 हजार पौधे पार्षदों को बांटना तय किया था। हेरिटेज निगम ने प्रत्येक पार्षद को 100 पौधे उपलब्ध करवाने थे। लेकिन उपायुक्त उद्यान ने एक आदेश जारी किया जिसके तहत पौधे लेने के लिए पार्षदों को एक फार्म लेकर भरना होगा और उस पर उद्यान शाखा से साइन करवाने होंगे। इसके बाद सरकारी नर्सरी या तय सेंटर से पौधे प्राप्त करना था। इस आदेश के चलते पार्षदों ने पौधा लेने से दूरी बना ली। जबकि पूर्व में निगम पार्षद कार्यालय पर पौधे पहुंचाता था। पार्षद आमजन को पौधे बांटने के साथ खाली जगहों पर पौधा वितरण करवाता था। पौधों की खरीद पर निगम करीब 20 लाख रुपए खर्च करेगा। निगम की ओर से आमजन को 5 पांच रुपए में पौधा उपलब्ध करवाया जा रहा है। पौधा वितरण के लिए सभी जोन कार्यालयों को सेंटर बनाया गया है।
वार्ड -59 के पार्षद विजय पाल कुमावत और वार्ड 12 के पार्षद अख्तर हुसैन ने बताया कि निगम ने पौधों के लिए फार्म भरने का फरमान जारी किया है। फार्म पर उद्यान शाखा के साइन करवा कर पौधे वितरण केंद्रों से उठाकर लाना था। सभी पार्षदों के पास वाहन नहीं है। ऐसे में उनके सामने सकंट खड़ा हो गया है कि वे वितरण केंद्रों से पौधे कैसे लाए और जनता को पहुंचाएं। इसके चलते हमनें पौधे नहीं लिए।
उद्यान अधीक्षक छाजूराम ने बताया कि उपायुक्त उद्यान ने पहले एक आर्डर जारी किया था जिसके तहत पार्षदों को पौधे लेने के लिए एक फार्म भरकर उद्यान शाखा से साइन करवाने थे और केंद्रों से पौधे उठाकर लाने थे। इसके बाद पौधे लगाकर उसकी जियो टैगिंग के साथ भेजना था। इसे चलते पार्षदों ने पौधे लेने से मना कर दिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश