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मुंबई,24जुलाई ( हि.स) । - मीरा-भायंदर शहर में स्कूल-कॉलेजों के छात्र बड़ी संख्या में इलेक्ट्रिक सिगरेट का इस्तेमाल करते देखे जा रहे हैं। शिवसेना नेता और पूर्व सांसद राजन विचारे ने मीरा-भायंदर के नवनियुक्त पुलिस आयुक्त निकेत कौशिक से एक पत्र के माध्यम से मांग की कि मीरा-भायंदर शहर के स्कूल-कॉलेज क्षेत्रों में पान की टपरियों पर इलेक्ट्रिक सिगरेट बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। राजन विचारे ने यह भी मांग की है कि पान की टपरियों पर ई-सिगरेट बेचने वालों को पुलिस की वर्दी दिखाई जाए।
इस पत्र में उन्होंने कहा कि मीरा-भायंदर शहर में बढ़ती जनसंख्या के कारण कई अनधिकृत स्कूल और कॉलेज खुल गए हैं और कक्षाओं की संख्या भी उसी के अनुसार बढ़ गई है। प्रशासन का नियंत्रण खत्म होने के कारण शिक्षकों ने बच्चों को अनुशासन सिखाने में लापरवाही बरती है। पहले कॉलेज से ही बच्चे नशे की लत में पड़ने लगते थे, लेकिन अब कक्षा पाँचवीं से सातवीं तक बच्चे नशे के आदी हो रहे हैं। वर्तमान में, जैसे-जैसे बच्चों के वयस्क होने की प्रक्रिया तेज़ी से बढ़ रही है, बच्चों में सोशल मीडिया की मदद से उत्तेजना जगाने, शराब पीने, गांजा पीने और सिगरेट पीने की प्रवृत्ति दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। साथ ही, पान की दुकानों पर अलग-अलग फ्लेवर में नई इलेक्ट्रिक सिगरेट बेची जा रही हैं। और इसकी शुरुआत सिगरेट और गांजे से हो रही है, इसलिए साइकिल पर पान बेचने वालों पर कार्रवाई करें और उन्हें जेल भेजें।
ठाणे के पूर्व सांसद राजन विचारे ने बताया है कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग गुटखा के अलावा किसी भी मामले में कार्रवाई नहीं कर रहा है। सरकार को इसके लिए नीति बनाकर इन पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा