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शिलांग, 24 जुलाई (हि.स.)। जैसे-जैसे असम सरकार का अवैध प्रवासियों के खिलाफ बेदखली अभियान तेज होता जा रहा है, पड़ोसी राज्यों में भी चिंताएं बढ़ रही हैं। असम के धुबड़ी, ग्वालपाड़ा आदि जिलों के बाद अब मेघालय की सीमा पर स्थित कार्बी आंगलोंग में भी अवैध प्रवासियों और अवैध कब्जेदारों के खिलाफ बेदखली अभियान शुरू हो गया है। ऐसे में मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड कनखल संगमा ने मेघालय-असम अंतर-राज्यीय सीमा पर सुरक्षा और निगरानी उपायों की समीक्षा के लिए राज्य के सभी जिलाधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की है।
गुरुवार को आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में, मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा ने सभी जिलाधिकारियों से वर्चुअली संवाद किया और उन्हें असम में अवैध प्रवासियों के खिलाफ चल रही बेदखली कार्रवाई के बारे में सतर्क रहने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से जोखिम भरे क्षेत्रों में अवैध आवाजाही और घुसपैठ को रोकने के लिए जिला मजिस्ट्रेट और जिला प्रशासन, संबंधित जिले के पुलिस प्रशासन, ग्राम प्रधानों, गैर-सरकारी संगठनों, ग्राम सुरक्षा समूहों (वीडीपी) और सीमा सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय पर जाेर दिया है।
मुख्यमंत्री संगमा ने राज्य के सभी जिला मजिस्ट्रेटों को असम से निकाले गए अवैध प्रवासियों के संभावित आगमन को रोकने के लिए अत्यधिक सतर्क रहने और आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जोखिम भरे सीमावर्ती क्षेत्रों में दिन-रात कड़ी निगरानी रखी जाए ताकि किसी भी अनधिकृत प्रवेश को रोका जा सके।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भी अंतर-राज्यीय सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है। पिछले कुछ हफ़्तों में, मेघालय में तैनात बीएसएफ कर्मियों ने कई अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। मामलों को समझने के बाद, कुछ बांग्लादेशियों को उनके देश वापस भेज दिया गया है, जबकि कई अन्य को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस को सौंप दिया गया है।
उच्च स्तरीय बैठक के बाद, राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) शकील पी. अहमद ने एक निर्देश जारी किया। उन्हाेंने अपने निर्देश में कहा कि असम सरकार द्वारा अवैध प्रवासियों के खिलाफ चल रहे निष्कासन अभियान और राज्य (मेघालय) में विस्थापितों की संभावित आमद को रोकने के लिए, सभी जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है। संभावित घुसपैठ को रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए जा रहे हैं।--------------------
हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय