पीएनबी धोखाधड़ी का आरोपित बुलंदशहर से गिरफ्तार
₹34,000 की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए रेलवे के एडीईएन को सीबीआई की टीम ले गई गाजियाबाद


नई दिल्ली, 24 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक दशक से अधिक पुराने बैंक धोखाधड़ी के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बुलंदशहर से आरोपित बबलू उर्फ रवींद्र यादव को गिरफ्तार किया है। उस पर वर्ष 2011 में पंजाब नेशनल बैंक की सिकंदराबाद शाखा में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। वह लंबे समय से फरार था और अदालत उसे भगोड़ा घोषित कर चुकी है।

सीबीआई ने एक बयान में बताया कि यह मामला मेरठ की भारतीय स्टेट बैंक के एक सहायक महाप्रबंधक की शिकायत पर 5 दिसंबर 2011 को दर्ज किया गया था। शिकायत में कहा गया था कि पीएनबी के तत्कालीन शाखा प्रबंधक नवल किशोर गुप्ता और कुछ अन्य लोगों ने फर्जी दस्तावेजों जैसे मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड और किरायानामा के जरिए फर्जी चालू खाता खोला और उस खाते के जरिये करीब 1.18 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गयी।

सीबीआई ने जांच के बाद 30 अगस्त 2013 को नवल किशोर गुप्ता, बैंक के सुरक्षा गार्ड देवराज, बबलू उर्फ रवींद्र यादव और मनोज को मिलाकर चार लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। सभी पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे बैंक से पैसे निकालने और हेरफेर करने के आरोप लगे थे। इस मामले में बाकी तीन आरोपितों को दोषी ठहराया जा चुका है और उन्हें पांच-पांच साल की सजा मिली है, लेकिन आरोपित बबलू उर्फ रवींद्र यादव अदालत में पेश नहीं हुआ और 20 दिसंबर 2023 को उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया।

इसके बाद विशेष न्यायालय की तरफ से उसके खिलाफ स्थायी वारंट जारी हुआ और सीबीआई की गाजियाबाद शाखा की टीम लगातार उसकी तलाश में लगी रही। लगातार प्रयासों के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे आज अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर