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मंडी, 24 जुलाई (हि.स.)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने राज्य सरकार की ओर से हाल ही में अधिसूचित की गई जॉब ट्रेनी पॉलिसी को लेकर घोर विरोध जताया है। भाकपा ने बेरोजगारों के हितों की खिलाफत करने वाली इस नीति को तुरंत प्रभाव से रोक लगाकर निरस्त किए जाने की मांग की है। पार्टी के राष्ट्रीय परिषद के पूर्व सदस्य कामरेड देशराज, पूर्व राज्य सहसचिव कामरेड प्रशांत मोहन, जिला मंडी के सचिव मेघ सिंह पालसरा तथा पूर्व सचिव ललित ठाकुर ने यहां जारी एक संयुक्त बयान में कहा है कि एक तरफ तो बढ़ती बेरोजगारी से त्रस्त प्रदेश के युवा रोजगार के लिए किसी स्थाई व्यवस्था की मांग कर रहे हैं और दूसरी तरफ राज्य सरकार इस प्रकार की नीतियां लागू करके उनके हितों से खिलवाड़ कर रही है।
भाकपा नेताओं ने जॉब ट्रेनी पॉलिसी पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि व्यवस्था परिवर्तन की दुहाई देने वाली सुक्खू सरकार प्रदेश के नौजवानों को रोजगार देने में पूरी तरह विफल साबित होती जा रही है। पूर्व में रही भाजपा सरकार के नक्शे कदम पर चलते हुए वर्तमान राज्य सरकार बेरोजगारों को स्थाई रोजगार की व्यवस्था ना करके उनका मजाक उड़ाने का काम कर रही है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के इन नेताओं ने बयान को आगे बढ़ते हुए कहा कि जिस प्रकार केंद्र की मोदी सरकार ने अग्नि वीर भारती योजना लागू करके तथा प्रदेश में पूर्व में रही जय राम सरकार ने जिस प्रकार मल्टी टास्क वर्कर भर्ती करके बेरोजगार युवाओं के शोषण करने की व्यवस्था कायम की थी, उसी के पदचिन्हों पर चलते हुए कांग्रेस की सुख सरकार जॉब ट्रेनिंग पॉलिसी लागू करके बेरोजगारों का मजाक उड़ा रही है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि राज्य सरकार तुरंत प्रभाव से इस नीति को वापस लेकर स्थाई रोजगार की व्यवस्था करें नहीं तो उसे कड़े परिणाम भुगतने होंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा