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-आत्मसमर्पित नक्सलियों में चार महिला नक्सली भी शामिल
नारायणपुर, 24 जुलाई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के दुर्गम जंगलों में सक्रिय रहे 33 लाख रुपये के इनामी आठ नक्सलियों ने गुरूवार काे नारायणपुर एसपी, बीएसएफ और आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। इन आत्मसमर्पित नक्सलियों में चार महिला नक्सली शामिल हैं। राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सभी आत्मसमर्पित नक्सलियाें काे 50-50 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया।
नारायणपुर एसपी रॉबिनसन गुड़िया ने आज बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में माओवादी संगठन के प्लाटून-16 का कमांडर कमलेश और संगठन की मेडिकल यूनिट से जुड़ा डॉक्टर सुखलाल उर्फ मुखेश जैसे बड़े कैडर के नक्सली शामिल हैं। यह दोनों लंबे समय से अबूझमाड़ के अंदरूनी क्षेत्रों में सक्रिय थे और शीर्ष नक्सल कैडराें के सीधे संपर्क में रहकर संगठन की गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। इन आठों नक्सलियों का आत्मसमर्पण अबूझमाड़ जैसे दुर्गम क्षेत्र में फोर्स की रणनीतिक सफलता मानी जा रही है। इससे नक्सलियों का मांद कहे जाने वाले अबूझमाड़ में फोर्स की और पैठ बढ़ेगी। आने वाले समय में बस्तर में शांति स्थापित करने में भी इससे सुरक्षाबलों को मदद मिलेगी।
एसपी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में एक टेक्निकल टीम का कमांडर, जो हथियार निर्माण का विशेषज्ञ है, साथ ही पीएलजीए बटालियन के प्लाटून 1 और प्लाटून 16 के पांच सदस्य और एक ब्यूरो तकनीकी विभाग का सदस्य भी है, जो नक्सली संगठन में हथियार बनाने का काम करता था। जिन चार महिला नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, वे महिला नक्सलियों की महिला दस्ते का नेतृत्व कर चुकी हैं। हालांकि पुलिस ने दो नक्सलियों के अलावा
छह अन्य नक्सलियों के नामों का खुलासा नहीं किया है। इनमें महिला नक्सली भी हैं। इन सभी पर आठ नक्सलियों पर कुल 33 लाख रुपये का इनाम था। उन्हाेंने कहा कि सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को राज्य सरकार के पुनर्वास नीति का लाभ मिलेगा। सभी नक्सलियों काे आज 50-50 हजार रुपये का चेक प्रदान किया है। उन्हें हर संभव मदद पहुंचाई जाएगी, जिसमें सुरक्षा, आवास, रोजगार और कौशल विकास जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे