11 साल की मासूम को गुलदार ने बनाया निवाला, खेत में मिला क्षत-विक्षत शव
मासूम कनिका


बिजनौर,24 जुलाई (हि.स.)। जिले के नहटौर थाना क्षेत्र में एक गुलदार ने 11 वर्षीय मासूम बच्ची को अपना शिकार बना लिया। बुधवार की शाम करीब साढ़े सात बजे गांव मंडोरी निवासी रवि कुमार की बेटी कनिका घर के पास शौच के लिए खेत की ओर गई थी, लेकिन वह वापस नहीं लौटी। जब बच्ची के देर तक न लौटने पर परिजनों को चिंता हुई तो उन्होंने उसे खोजने की कोशिश की, लेकिन कनिका कहीं नजर नहीं आई।

खून के धब्बे और पंजों के निशान बने सुराग

बच्ची की तलाश में जुटे परिजनों और ग्रामीणों को खेत के किनारे खून के निशान और गुलदार के पंजों के गहरे निशान मिले। यह देख परिजनों की चिंता डर में बदल गई। देखते ही देखते गांव के दर्जनों लोग लाठी-डंडे लेकर खेतों में उतर गए और पूरी रात सर्च अभियान चलाया गया। मौके पर पुलिस व वन विभाग की टीम भी पहुंची, लेकिन रातभर तलाश के बावजूद बच्ची का कुछ पता नहीं चला।

गन्ने के खेत में मिला शव, शरीर के हिस्से बिखरे

गुरुवार सुबह करीब सात बजे गांव के ही कुछ लोगों को गन्ने के खेत में खून से सना दृश्य दिखाई दिया। पास जाकर देखा गया तो वहां कनिका का क्षत-विक्षत शव पड़ा था। शरीर के कई हिस्से खेत में अलग-अलग जगह बिखरे हुए थे। यह दृश्य इतना भयावह था कि देखने वालों की रूह कांप गई। मासूम की मौत से गांव में मातम फैल गया और हर आंख नम हो गई।

परिजनों का हंगामा, शव रखकर किया सड़क जाम

घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने बच्ची के शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उनका आरोप था कि पहले भी गुलदार को कई बार देखा गया था, लेकिन वन विभाग और प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, जिसकी वजह से यह दर्दनाक घटना हो गई।

सूचना मिलते ही सीओ धामपुर अभय कुमार पांडे भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने पोस्टमॉर्टम के बाद न्यायिक कार्रवाई का भरोसा दिलाया। वन विभाग की टीम ने गुलदार की तलाश शुरू कर दी है और क्षेत्र में पिंजरे लगाए जा रहे हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि गुलदार को पकड़ने के लिए ड्रोन से भी निगरानी की जाएगी।

गांव में डर का माहौल, लोग सहमे

इस घटना के बाद मंडोरी गांव समेत आसपास के गांवों में दहशत फैल गई है। ग्रामीण अब बच्चों को अकेले बाहर भेजने से कतरा रहे हैं। गांव के स्कूलों में भी उपस्थिति बेहद कम रही। बच्ची के परिवार की स्थिति बेहद दुखद है और मां का रो-रोकर बुरा हाल है।

हिन्दुस्थान समाचार / नरेन्द्र