29 जुलाई को शिमला में सचिवालय का घेराव करेगी किसान सभा
29 जुलाई को शिमला सचिवालय का होगा घेराव


नाहन, 23 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश में भूमि अधिकारों को लेकर हिमाचल किसान सभा ने निर्णायक आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। इसी कड़ी में किसान सभा ब्लॉक कमेटी पांवटा साहिब की एक बैठक मंगलवार को ब्लॉक अध्यक्ष दिनेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर, जिला उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह तथा वरिष्ठ सदस्य धनीराम शर्मा ने भाग लिया।

बैठक को संबोधित करते हुए राजेंद्र ठाकुर ने बताया कि किसान सभा 29 जुलाई को शिमला सचिवालय का घेराव करेगी। यह आंदोलन उन लाखों गरीब किसानों के भूमि अधिकारों की लड़ाई है, जिन्हें दशकों पहले खेती के लिए भूमि तो दी गई थी, लेकिन आज तक उन्हें उसका मालिकाना हक नहीं मिला।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 4 लाख परिवार ऐसे हैं, जो पीढ़ियों से खेती कर रहे हैं, लेकिन अब उन्हें बेदखली की कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि 1970 के दशक में किसानों को नोतोड़, मुजारा और सिलिंग जैसी योजनाओं के तहत भूमि दी गई थी, जिस पर किसान वर्षों से मेहनत कर रहे हैं। लेकिन आज तक उनके नाम भूमि के पट्टे नहीं किए गए।

राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि 1980 में लागू हुए वन संरक्षण कानून ने हालात और भी जटिल बना दिए हैं। अब किसानों की भूमि को वन विभाग की संपत्ति माना जा रहा है, जिससे उनके बेदखल होने का खतरा बढ़ गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर