डीजे की धुन में शिवमय रहे ग्रामीण, आदमखोर कुत्तों ने मासूम को नोंच नोंच कर बुझा दिया घर का चिराग
File photo


बांदा, 23 जुलाई (हि.स.)। ज़िले के गिरवां थाना क्षेत्र के पथराहा गांव में बुधवार सुबह दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। चार साल का मासूम कृष्णकांत उर्फ कृष्णा, जो घर से मात्र दो सौ मीटर दूर परचून की दुकान से बिस्कुट लेकर लौट रहा था, उसे पांच आवारा कुत्तों ने घेर लिया। मासूम को घसीटते हुए सुनसान खेत की ओर ले गए और वहां बेरहमी से नोच-नोच कर मार डाला।

घटना उस वक्त हुई जब गांव में कांवड़ यात्रा डीजे की तेज़ धुन के साथ निकल रही थी। गांववाले यात्रा देखने में व्यस्त थे और डीजे की आवाज़ में कृष्णा की चीखें दब गईं। कुत्ते बच्चे को खेत में घसीटते ले गए और उस पर लगातार हमला करते रहे। चीख-पुकार किसी को सुनाई नहीं दी।

कुछ देर बाद पड़ोस में रहने वाली एक महिला बेलपत्र तोड़ने खेत की ओर गई तो उसकी नजर मासूम पर पड़ी। उसने पत्थर फेंककर कुत्तों को भगाया। जब तक परिजन मौके पर पहुंचे, तब तक कृष्णा की सांसें थम चुकी थीं। गहरे जख्मों और अधिक खून बहने की वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी।

सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के पिता पंकज कुशवाहा मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। कृष्णा उनका इकलौता बेटा था। उसकी चार बड़ी बहनें हैं। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद घर में कोहराम मच गया। मां गीता का रो-रो कर बुरा हाल है।

गांव में इस दर्दनाक हादसे के बाद से लोगों में आक्रोश है। सवाल उठ रहे हैं कि आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या और प्रशासन की लापरवाही ने एक मासूम की जान ले ली। गांववालों ने प्रशासन से मांग की है कि आवारा कुत्तों पर तत्काल कार्रवाई की जाए ताकि फिर किसी मासूम की ज़िंदगी यूं ही न छिन जाए। थाना प्रभारी ने बताया कि ग्रामीणाें की मांग व घटना की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियाें तक पहुंचा दी गई है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह