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शिमला, 23 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश के लोगों को शीघ्र ही अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने जानकारी दी है कि हिमाचल प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों, आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों और अन्य चिकित्सा केंद्रों में अगस्त, 2025 तक सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, फेको मशीन और अन्य डायग्नोस्टिक उपकरण स्थापित कर दिए जाएंगे।
डॉ. शांडिल आज यहां विशेष हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों की खरीद प्रक्रिया अंतिम चरण में है और अगले एक माह के भीतर इन्हें स्वास्थ्य संस्थानों तक पहुंचा दिया जाएगा। इससे मरीजों को घर के समीप ही बेहतर और किफायती स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए पर्याप्त बजट सुनिश्चित किया है और समिति को सभी खरीद प्रक्रियाएं समयबद्ध तरीके से पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। पारदर्शिता को प्राथमिकता देते हुए मशीनों की खरीद की जा रही है।
नवजात शिशुओं को मिलेंगी 18 वस्तुओं से युक्त शिशु देखभाल किट
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि प्रदेश सरकार ने शिशु देखभाल किट में और अधिक गुणवत्तापूर्ण वस्तुएं शामिल करने का निर्णय लिया है। अब प्रदेश के किसी भी सरकारी या निजी संस्थान में जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं को 18 वस्तुओं की विशेष किट दी जाएगी। इन किटों की खरीद प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है और अगस्त से इन्हें अस्पतालों में उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक और लाहौल-स्पीति में दो आदर्श स्वास्थ्य संस्थान स्थापित कर रही है, जिनमें से अधिकांश को क्रियाशील कर दिया गया है। इन संस्थानों में 6 विशेषज्ञ डॉक्टर कार्यरत हैं और ये अन्य राज्यों के लिए भी एक आदर्श उदाहरण बन रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला