Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
धमतरी, 23 जुलाई (हि.स.)। समय पर डीएपी, यूरिया खाद नहीं मिलने से जिले के किसानों की खेती पिछड़ रही है। इसी तरह अन्य छह सूत्री मांग को लेकर 23 जुलाई को कलेक्ट्रेट पहुंचे छग किसान यूनियन के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र सौंपकर सरकार से तत्काल डीएपी, यूरिया खाद उपलब्ध कराने की मांग की है।
छत्तीसगढ़ किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष घनाराम साहू ने कहा कि डीएपी यूरिया खाद नहीं मिलने के कारण किसान परेशान हैं। जिले के अधिकांश सोसाइटीओं में एवं किसान राइस मिलों में कहीं पर भी खाद उपलब्ध नहीं है। जिले के अधिकांश किसानों को अभी तक खेती किसानी के लिए उर्वरक खाद नहीं मिल पाया है। किसान व्यापारियों के पास-ओने पौने में खरीदने पर मजबूर है। 1200 रुपये की डीपी 1900 रुपये में और 272 रुपये का यूरिया 450 के महंगे दामों पर खरीदने पर मजबूर हैं। सोसाइटियों में खाद नहीं है और व्यापारियों के गोदाम में खाद है ऐसा भेदभाव क्यों। किसानों ने कहा कि जैविक खेती करने वाले किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रुपये अनुदान दिया जाए। किसानों ने कहा कि नया स्मार्ट मीटर लगाए जाने के कारण बेतहाशा बिजली बिलों मे वृद्धि हुई है । ज्ञानीराम, प्रेमलाल साहू, पुरनलाल ने कहा कि कृषि उपज मंडी के नियमों के उल्लंघन करने पर छह महीने का सजा का प्रावधान था अब उसे सिर्फ 5000 रुपये का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया जाएगा। इस प्रकार बिल में संशोधन किया गया है। यह किसानों के हित में नहीं है। व्यापारियों और अधिकारियों के हित में ज्यादा लगता है इसमें किसानों का शोषण होना तय है।
शराब विक्रय पूर्ण रूप से लगे प्रतिबंध:
छतीसगढ़ किसान यूनियन के सदस्य देवनारायण साहू ने कहा कि सरकार द्वारा लगातार राजस्व बढ़ाने के नाम पर जगह-जगह शराब दुकान खोलकर बेच रहे हैं और और कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा अवैध शराब गांव गांव में खुल्लम खुल्ला बेचें जा रहे है ।शासन - प्रशासन अवैध शराब बंद करने में नाकाम है। जिनके कारण से छोटे-छोटे स्कूली एवं नाबालिक बच्चे भी नशा के जाल में जकड़ते जा रहे हैं । शराब के कारण ही चोरी-डकैती, लूटपाट दिनदहाड़े चाकू बाजी हो रही है। जिले में अपराध बढ़ते जा रहा है। असामयिक दुर्घटना भी लगातार बढ़ रही है।शराबबंदी पूर्ण रूप से लागू किया जाए।
महानदी की रेत उत्खनन पर प्रतिबंध हो:
छतीसगढ़ किसान यूनियन के सदस्य देवनारायण साहू, राम विशाल साहू, राजेंद्र साहेब, महिपाल साहू, रामनिहोरा निषाद महानदी की रेत उत्खनन पर प्रतिबंध की मांग-वर्षा ऋतु में महानदी की रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लगा हुआ है इसके बावजूद धड़ल्ले से अवैध रेत खनन की जा रही है और यह खेल रात्रि में लगातार जारी है दरी, खरेगा, कोलियरी की सड़कों में धड़ल्ले से हाईवा रात में चल रहा है जिनके कारण से रोड में चलने लायक नहीं है। प्रदूषण के वजह से आम जनता एवं किसान द्वारा महानदी की रेत उत्खनन को बंद करने की लगातार मांग की जा रही है। आम जनता के हित में तत्काल महानदी रेत उत्खनन को पूरी तरह से बंद किया जाना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा