पाइन निडल्स से बने नवाचार: कौशल, आत्मनिर्भरता और सतत विकास की दिशा में कदम
पांच दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर।


मंडी, 23 जुलाई (हि.स.)। वल्लभ राजकीय महाविद्यालय, मंडी की वनस्पति विज्ञान प्रयोगशाला में आयोजित पांच दिवसीय इको-फ्रेंडली पाइन क्राफ्ट एवं कृत्रिम फूल निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत संचालित की गई थी। समापन समारोह के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. संजीव कुमार रहे।

उन्होंने पाइन पौधों के आर्थिक उपयोग पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि अधिक संख्या में लोग इस क्षेत्र में आगे आएं तो यह वन अपशिष्ट को वेल्थ में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। कार्यक्रम की संयोजक एवं वनस्पति विज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ. तारा देवी सेन ने कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि यह महाविद्यालय की सामाजिक उत्तरदायित्व, कौशल विकास एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सार्थक पहल है।

उन्होंने बताया कि कार्यशाला में यूबीए से जुड़े गांवों – धरयाणा, लरवाहन एवं सडयाना की पांच महिलाओं को इस प्रकार प्रशिक्षित किया गया है कि वे अब राखियां, ड्रीम कैचर, डस्टबिन, प्लांटर जैसी वस्तुएं बनाकर आत्मनिर्भर बन सकती हैं और इससे आय भी अर्जित कर सकती हैं। समपन दिवस पर इन उत्पादों की एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई, जिसमें वल्लभ राजकीय महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं स्टाफ सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कुछ शिक्षकों ने इन सुंदर पाइन उत्पादों को क्रय भी किया, जिससे प्रतिभागियों का उत्साह और अधिक बढ़ा। प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए।

इस कार्यशाला के मुख्य प्रशिक्षक संतोष सचदेवा ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के उत्पादों की देशभर में भारी माँग है और विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ आय अर्जन भी कर सकते हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को वन उत्पादों, प्राकृतिक मनकों तथा उनके व्यावहारिक उपयोग के बारे में सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक ज्ञान प्रदान किया। साथ ही नर्सरी विज्ञान एवं बागवानी के माध्यम से वनस्पति शास्त्र को व्यवहारिक रूप में समझाया। कार्यक्रम के अंत में प्रो. नीतू पठानिया ने सभी गणमान्य अतिथियों, प्रतिभागियों एवं सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर प्रो. मोनिका पंचानी जीवविज्ञान, प्रो. संतोष व प्रो. अनुज वाणिज्य, प्रो. अनुपमा शर्मा संगीत, प्रो. अंजू गणित, प्रो. मनोज पर्यावरण विज्ञान सहित सुपरिंटेंडेंट कुशल वर्मा व अजय कुमार की उपस्थिति रही।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा