अनूपपुर : चार हाथियों ने 6 ग्रामीणों के मकानो में तोड़फोड़ कर फसलों को बनाया आहार
ग्रामीणों के मकानो में तोड़फोड़


अनूपपुर, 23 जुलाई (हि.स.)। चार हाथियों को समूह तीन दिनों के मध्य ग्राम औढरा, गोबरी, जैतहरी नगर हो कर बुधवार की सुबह कुशुमहाई के जंगल में डेरा जमाये हुए हैं। हाथियों द्वारा तीन दिनों में 6 ग्रामीणों के घरों में तोड़फोड़ कर एवं खेतों में लगी फसलों को आहार बनाया। रात में मुर्रा गांव में एक युवक हाथियों के नजदीक जाने से हाथियों के चिघाडने, दौड़ाने पर बाल- बाल बचा। वहीं हाथियों के समूह से कई वर्षों से परेशान ग्रामीणों ने वनकर्मीयो एवं पुलिस से हाथियों की समस्या को लेकर बहस हुई।

चार हाथियों का समूह 40 दिन पूर्व छत्तीसगढ़ से दोबारा अनूपपुर जिले में आने के बाद कई ग्रामों में ग्रमीणोंके घरो एवं खेतों में लगी फसलों को नुकशान पहुंचाया। औढेरा गांव से लगे जंगल में ठहरने बाद रात में औढेरा, अकुआ खोलईया,केकरपानी में खेत में फसल नुकसान कर दुधमनिया,बांका से ठेंगरहा,गोबरी के लालजी सिंह, गुड्डा सिंह, गुड्डी बाई के कच्चे मकानो में तोड़फोड़ किया एवं रामप्रसाद एवं यशवंत सिंह के खेतों में लगी सब्जी खात को रौदा, मंगलवार रात गोबरी गांव के नत्थू भरिया के खेत में लगी फसल को खाया, जैतहरी के बंजारीटोला में खेत में लगी फसलो को नुकसान करते कर मुर्रा के गोडान टोला निवासी जवाहर पनिका,कन्धू पनिका एवं गोपीचंद पनिका के कच्चे मकान में तोड़फोड़ कर मकान के अंदर रखी सामग्री को अपना आहार बनाया। इस बीच एक युवक द्वारा हाथियों को भगाए जाने के लिए लाठी लेकर हाथियों के नजदीक जाने पर हाथियों ने चिघाड़ने एवं दौड़ाने पर भाग कर अपनीजान बचाई।

कई वर्षों से निरंतर हाथियों के आने-जाने विभिन्न तरह के नुकसान करने से परेशान ग्रामीणों ने कई घंटे तक वनकर्मीयों एवं पुलिस से बहस करते हुए हाथियों के आवागमन को रोकने के लिए शासन स्तर,जिला स्तर से कोई ठोस उपाय किए जाने की बात कही।

इस दौरान हाथियों का समूह पचौहा गांव में रामप्रमोद शर्मा,संतोष राठौर के खेतों में लगी फसलों को खाते, रौदते हुए बुधवार की सुबह धनगवां बीट के कुसुमहाई एवं चोई गांव से लगे जंगल में डेरा जमायें हुए हैं। वन्यौप्राणी विशेषज्ञ शशिधर अग्रवाल के अनुसार हाथियों का समूह वापस जाने के इरादे में है बुधवार की रात छत्तीसगढ़ की सीमा में प्रवेश कर जाने की संभावना बन रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला