विशेष मध्यस्थता अभियान में टूटा परिवार फिर हुआ एक
आपसी मतभेद बुलाकर पुणे मिले एक जोड़े


पश्चिम सिंहभूम, 23 जुलाई (हि.स.)। पश्चिम सिंहभूम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) चाईबासा के सौजन्य से चल रहे 90 दिवसीय विशेष मध्यस्थता अभियान के अंतर्गत एक विवाहित जोड़े के बीच लंबे समय से चला आ रहा पारिवारिक विवाद सफलतापूर्वक सुलझा लिया गया। परिणामस्वरूप, आपसी मतभेद दूर कर दंपत्ति का पुनर्मिलन कराया गया।

यह अभियान नालसा, नई दिल्ली और झालसा, रांची के निर्देशानुसार तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मौहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में संचालित किया जा रहा है। “मध्यस्थता राष्ट्र के लिए शीर्षक से चल रहे इस विशेष पहल की शुरुआत 1 जुलाई से हुई थी, जो 90 दिनों तक चलेगी।

बुधवार को डीएलएसए के सचिव रवि चौधरी ने जानकारी दी कि यह मामला पारिवारिक विवाद से जुड़ा था, जिसमें दोनों पक्षों के बीच कटुता और दूरी बढ़ गई थी। डीएलएसए के प्रयासों और मध्यस्थता प्रक्रिया की बदौलत दोनों पक्षों में सौहार्दपूर्ण समझौता हुआ और अब वे दोबारा साथ जीवन बिताने को तैयार हैं।

चौधरी ने कहा कि यह उदाहरण मध्यस्थता की सार्थकता को दर्शाता है। यह नालसा और झालसा के इस महत्वाकांक्षी अभियान का सुखद परिणाम है, जहां एक परिवार टूटने से बच गया। समाज में सौहार्द और समझ को बढ़ावा देने में मध्यस्थता एक शक्तिशाली माध्यम बनकर उभरा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक