दिवंगत साहित्यकार डाॅ.अरुणेश नीरन को कुशीनगर में दी गई श्रद्धांजलि
दिवंगत अरुणेश को श्रद्धांजलि देते सुधीजन


कुशीनगर, 23 जुलाई (हि.स.)। हिंदी व भोजपुरी साहित्य जगत के प्रख्यात साहित्यकार और बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ.अरुणेश नीरन के निधन पर बुधवार को कुशीनगर में भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। उनके व्यक्तित्व व कृतित्व को अनुकरणीय और निधन को साहित्य जगत की अपूरणीय क्षति बताया।

श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के कृतकार्य आचार्य डॉ. अमरनाथ तिवारी ने कहा कि नीरन जी अत्यंत संवेदनशील और सहृदय व्यक्ति थे। उनके देश के सभी बड़े साहित्यकारो से संबंध थे। सभी उन्हें बहुत आदर से देखते थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. विनोद मोहन मिश्र ने कहा कि नीरन जी के लेख और टिप्पणियां बड़ी उच्च कोटि की होती थीं। उन्होंने भोजपुरी की सेवा पूरी दुनिया में घूम -घूम कर की।

डॉ. सुधाकर तिवारी ने कहा कि नीरन जी अपने आप में एक संस्था थे। उन्होंने अकेले उतने आयोजन किए, जितनी संस्थाएं करती हैं। मनोविज्ञान के आचार्य प्रो. अमृतांशु शुक्ल, आकाशवाणी संवाददाता और पी के महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विवेक पांडेय, पत्रकार दिनेश तिवारी भोजपुरिया ,डॉ.प्रदीप राव गोपालगंज से आए संजय मिश्र संजय,ओम प्रकाश द्विवेदी, डॉ.आशुतोष तिवारी, डॉ. रविशंकर प्रताप राव, डॉ. गिरिजेश मिश्र आदि ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी व भोजपुरी साहित्य जगत में दिवंगत साहित्यकार के योगदान को लोग सदैव याद रखेंगे। कार्यक्रम का संचालन और संयोजन प्रो. गौरव तिवारी ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार / गोपाल गुप्ता