भारी बारिश में धरने पर बैठे हुए छात्रों की मांगों की अनदेखी कर रहा है दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन : अभाविप
अभाविप के छात्र प्रदर्शन करते हुए


नई दिल्ली, 23 जुलाई (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) और अभाविप नेतृत्व वाले दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ का विश्वविद्यालय में छात्र हित संबंधित विभिन्न मांगों को लेकर शुरू किया गया अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। भारी बारिश में छात्र और कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ धरने पर अड़े हुए हैं।

अभाविप दिल्ली के प्रदेश मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि आज हमारे धरने का तीसरा दिन है। भारी बारिश के बीच भी छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन से अपने अधिकार मांग रहे हैं लेकिन प्रशासन संवेदनहीन बना हुआ है। हमारी मांगें हर छात्र की आवाज हैं। उन्होंने कहा कि यदि विश्वविद्यालय छात्रों की आवाज नहीं सुनेगा तो यह चुप्पी और भी बड़े छात्र आक्रोश को जन्म देगी। अभाविप इस लड़ाई को निर्णायक मोड़ तक पहुंचाएगा और तब तक पीछे नहीं हटेगा जब तक हर छात्र को उसका अधिकार नहीं मिल जाता।

प्रदर्शन के तीसरे दिन छात्रों का मनोबल बढ़ाने के लिए अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान एवं राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल विशेष तौर पर उपस्थित रहें।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र अधिकार एवं छात्रों की मूलभूत सुविधाओं में कमी को लेकर अभाविप ने 21 जुलाई को 'छात्र अधिकार मार्च' निकाला था। अभाविप ने इस मार्च के माध्यम से दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष पीजी पाठ्यक्रमों में एक कोर्स एक फीस, केंद्रीकृत हॉस्टल आवंटन प्रणाली की स्थापना, दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों में आंतरिक शिकायत समिति का गठन और उसका सक्रिय संचालन तथा कॉलेजों में मनमानी फीस वृद्धि को वापस जैसी प्रमुख मांग को रखा था। जिसके पश्चात अभाविप एवं अभाविप नेतृत्व वाला दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ धरना पर बैठ गया था। धरने के पहले दिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने केंद्रीकृत हॉस्टल आवंटन प्रणाली की मांग को मान लिया लेकिन उसके बाद से अब तक सारी मांगों पर चुप्पी साधे हुए है। अभाविप का इसपर स्पष्ट मत है कि चाहे सप्ताह लग जाए या महीने हमारी मांगें जब तक पूरी नहीं होंगी तब तक हम ऐसे ही डटे रहेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी