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मुख्यमंत्री ने सभी जिला उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों की ली बैठक
चंडीगढ़, 22 जुलाई (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सभी जिला उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि 26 और 27 जुलाई को आयोजित होने वाली सीईटी परीक्षा के मद्देनजऱ सभी संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की जानकारी समय रहते गृह विभाग को प्रेषित करें ताकि आवश्यकता पडऩे पर संबंधित क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा निलंबित करने की प्रक्रिया पूरी की जा सके और परीक्षा को पूर्णत: शांतिपूर्ण और निष्पक्ष संपन्न करवाया जा सके।
मुख्यमंत्री सैनी मंगलवार को सीईटी परीक्षा की तैयारियों को लेकर प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों तथा पुलिस अधीक्षकों की बैठक में तैयारियों पर रिपोर्ट ले रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग पहली बार इतने बड़े स्तर पर सीईटी परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। सभी उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक परीक्षा से संबंधित सभी आवश्यक तैयारियों को समय पर पूर्ण करें। मुख्यमंत्री सैनी ने यह भी निर्देश दिए कि सभी जिलों में प्रश्न पत्र भंडारण स्थल से परीक्षा केंद्र तक उसकी पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी सुनिश्चित की जाए। पुलिस यह सुनिश्चित करे कि परीक्षा केंद्रों के आसपास कोई भी असामाजिक तत्व सक्रिय न हों। इसके अतिरिक्त सोशल मीडिया पर भी सतर्क निगरानी रखी जाए ताकि यदि कोई व्यक्ति परीक्षा से संबंधित किसी प्रकार की अफवाह फैलाने का प्रयास करे तो उसे समय रहते रोका जा सके और भ्रामक सूचनाएं प्रसारित न हों।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश वासियों को दो दिन अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि परीक्षा और तीज पर्व को ध्यान में रखते हुए बसों की व्यवस्था की जाए। बैठक के दौरान मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने निर्देश दिए कि परीक्षा के दोनों दिनों में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को अवकाश न दिया जाए और सभी संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी अपने मोबाइल फोन चालू स्थिति में रखें ताकि आवश्यकतानुसार त्वरित संपर्क किया जा सके। गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि परीक्षा के सफल आयोजन के लिए धारा 163 लागू कर ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की जाए। परीक्षा के दोनों दिन परीक्षा केंद्रों के आसपास स्थित कोचिंग सेंटर और फोटोस्टेट की दुकानों को बंद रखा जाए।
डायल 112 की गाडिय़ां भी आपात स्थिति में पहुंचाएंगी परीक्षा केंद्र
उन्होंने कहा कि जिन जिलों से बसों को 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचना है, वहां जिला प्रशासन विशेष प्रबंध सुनिश्चित करे। परिवहन विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि आकस्मिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बसों को रिजर्व रखा जाए। साथ ही, डायल-112 सेवा को भी दो दिन के लिए इस व्यवस्था में जोड़ा जाए ताकि किसी आपात स्थिति में त्वरित सहायता उपलब्ध हो सके और सभी परीक्षार्थी निर्धारित समय से कम से कम आधा घंटा पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंच सकें। महिला परीक्षार्थियों के साथ आने वाले अभिभावकों को भी परीक्षा दिवस पर बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा