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पूर्वी सिंहभूम, 22 जुलाई (हि.स.)।
पूर्वी सिंहभूम जिला के राजनगर के रहने वाले 24 वर्षीय सुभाष कुमार की पोटका में हत्या कर दी गई और उसके शव को साक्ष्य छिपाने के लिए जंगल में फेंक दिया गया। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है, हालांकि हत्या के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने वरीय अधिकारियों को सूचना दे दी है और मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है।
सुभाष राजनगर स्थित बालाजी पैकेजिंग कंपनी में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत था। रविवार को कंपनी में छुट्टी थी। उसने जमशेदपुर जाने की बात कहकर कंपनी के क्वार्टर से निकलने की जानकारी दी थी, लेकिन वापस नहीं लौटा। जानकारी के अनुसार, सुभाष को जमशेदपुर जाना था, लेकिन पहले वह हाता चौक पहुंचा और उसके बाद एक बाइक से कालिकापुर चला गया। आखिर वह कालिकापुर क्यों गया, यह पुलिस के लिए जांच का विषय बना हुआ है।
मंगलवार को जादूगोड़ा के रंकिणी मंदिर के पास रोहिणीबेड़ा जंगल में उसका शव पड़ा होने की सूचना पुलिस को मिली। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शव की पहचान उसके भाई बबलू कुमार ने की, जो उसी कंपनी में काम करता है। पुलिस ने शव की स्थिति देखने के बाद स्पष्ट किया कि युवक की हत्या कर साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से शव को जंगल में फेंका गया।
सुभाष मूल रूप से चतरा जिले के मयूरहंट थाना क्षेत्र के फुलांग गांव का रहने वाला था। उसकी हत्या को लेकर इलाके में कई तरह की चर्चाएं हैं। कुछ लोग प्रेम प्रसंग में हत्या की आशंका जता रहे हैं। फिलहाल पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है।
बालाजी पैकेजिंग कंपनी के मालिक विजय प्रसाद ने बताया कि रविवार को कंपनी बंद रहती है। सुभाष एटीएम से पैसे लाने के लिए जमशेदपुर जाने की बात कहकर निकला था। उसका दोस्त प्रशांत गोप उसे हाता चौक तक छोड़ने गया था और वहीं से प्रशांत ने उसे कालिकापुर तक छोड़ा था। इसके बाद उसका शव जंगल में बरामद हुआ। घटना के बाद सुभाष के बड़े भाई बबलू कुमार ने पोटका थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक