सरैंया प्रधान के अधिकार सीज, जिलाधिकारी ने गठित की जाँच कमेटी
सरैंया प्रधान के अधिकार सीज, जिलाधिकारी ने गठित की जाँच कमेटी


हरदोई,22 जुलाई (हि. स.)। सुरसा ब्लॉक के ग्राम पंचायत सरैंया की प्रधान मृदुभावनी के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकारों को डीएम ने सीज कर दिया है। यह कार्यवाही पूर्व में हुई शिकायतों की जाँच में गड़बड़ी मिलने पर की गई है। ग्राम पंचायत के कार्य प्रभावित न हों, इसके लिए डीएम ने तीन सदस्यीय समिति बनाने का आदेश दिया है, साथ ही दो सदस्यीय समिति को अंतिम जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

दरअसल जिला पंचायत सदस्य सर्वेन्द्र गुप्ता ने सरैयां ग्राम पंचायत में सरकारी धन के दुरूपयोग व भ्रष्टाचार की शिकायत की थी, जिसकी जांच में पाया गया कि ग्राम प्रधान मृदुभावनी ने कई कार्यों में गड़बड़ी की। स्ट्रीट लाइट खरीदने के लिए 11,310 रुपये के भुगतान में से 3,770 रुपये की अनियमितता सामने आई। इसके अलावा, पंचायत भवन के बाकी काम को पूरा करने के लिए 6,80,200 रुपये का अनुमान (एस्टीमेट) तैयार करवाया गया और काम कराया गया, लेकिन इसमें भी गड़बड़ी पाई गई। प्रधान ने अपने भतीजे के नाम से 22,440 रुपये का भुगतान निकाला, जो नियमों के खिलाफ है। आंगनबाड़ी केंद्र में गेट लगवाने और रंगाई-पुताई के काम में भी अनियमितताएं सामने आईं।

पूरे मामले की जाँच के बाद पंचायत सचिव अमरेश पांडेय को भी दोषी पाया गया है। उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। जांच को और गहराई से करने के लिए डीएम ने परियोजना निदेशक और जल निगम ग्रामीण के अधिशासी अभियंता को जांच समिति में शामिल किया है। यह समिति पूरे मामले की विस्तृत जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके बाद डीएम द्वारा अन्य प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / अंबरीश कुमार सक्सेना