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पानीपत, 22 जुलाई (हि.स.)। पानीपत में एक छात्रा ने अपने 17वें जन्मदिन के एक सप्ताह बाद ही आत्महत्या कर ली। इसी जन्मदिन पर छात्रा ने 18 वें साल में प्रवेश किया था। उसने परिजनों की मौजूदगी में ही कमरे के भीतर जाकर फांसी का फंदा लगाकर कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उसने पिता को चाय बनाकर दी थी। चाय देकर कहा कि वह अभी आई और फिर छत पर बने कमरे में चल गई। कुछ देर बाद पिता ऊपर कमरे में गए तो वहां बेटी का शव फंदे से लटका मिला। सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंचकर फंदे से उतार कर युवती को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतका के पिता ने बताया कि उनकी बेटी बीमार थी, संभवतः इसी वजह से उसने आत्महत्या जैसा काम उठाया । पुलिस ने मामले की जांच कर रही है। मंगलवार को पानीपत के गांव जलमाना निवासी सुरेंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह चार बच्चों का पिता है, जिसमें दो बेटियां और दो बेटे है। सबसे बड़ी बेटी 18 वर्षीय अन्नू थी। अन्नू 12वीं पास करने के बाद कम्प्यूटर का कोर्स कर रही थी। साथ ही उसने ITI में भी एडमिशन लिया था। अन्नू का 14 जुलाई को 17वें जन्मदिन मनाया था। सुरेंद्र ने बताया कि सोमवार की शाम को वह दूसरे नंबर की बेटी को सरकारी अस्पताल में दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाने के लिए लाया था। यहां से शाम को वे वापस घर पहुंचे। घर पहुंचने पर अन्नू ने ही चाय बनाकर दी। इसके बाद वह ऊपर वाले कमरे में चली गई। कुछ देर बाद वह ऊपर गया, तो देखा कि कमरे का दरवाजा आधा बंद था। संदेह होने पर वह भीतर गया तो देखा कि बेटी पंखे पर कपड़े के फंदे से लटकी हुई थी।
सुरेंद्र के मुताबिक, बेटी को फंदे से लटका देख उसके होश उड़ गए। परिवार के अन्य लोग भी आ गए। तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम पर घटना की सूचना दी कुछ देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बेटी को फंदे से उतार कर तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल वर्मा