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नई दिल्ली, 22 जुलाई (हि.स.)।
राष्ट्रीय सिकल सेल मिशन के तहत 6 करोड़ व्यक्तियों की सिकल सेल रोग (एससीडी) के लिए स्क्रीनिंग की जा चुकी है। स्क्रीनिंग किए गए लोगों में से 2.15 लाख व्यक्तियों में इस रोग का निदान हुआ और 16.7 लाख वाहकों की पहचान की गई। इसके अतिरिक्त, संबंधित राज्यों द्वारा स्क्रीनिंग किए गए व्यक्तियों को 2.6 करोड़ स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए गए हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक और उत्तराखंड सहित राज्यों ने अपने लक्ष्यों के सापेक्ष उच्च प्रतिशत स्क्रीनिंग प्राप्त करके उल्लेखनीय प्रगति की है। ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में निदान किए गए मामलों की सबसे अधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं।
एससीडी की स्क्रीनिंग मान्य पॉइंट-ऑफ-केयर टेस्टिंग (पीओसीटी) किट का उपयोग करके की जा रही है, जो त्वरित, विश्वसनीय और पुष्टिकारक परिणाम सुनिश्चित करती है। इसके अलावा, सभी भाग लेने वाले राज्यों से स्क्रीनिंग डेटा को समेकित करने के लिए एक समर्पित डैशबोर्ड और एक सिकल सेल रोग पोर्टल स्थापित किया गया है।
भविष्य की प्राथमिकताओं में शेष लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्क्रीनिंग प्रयासों को तीव्र करना तथा रोगग्रस्त या वाहक के रूप में पहचाने गए व्यक्तियों के लिए अनुवर्ती कार्रवाई और परामर्श सेवाएं सुनिश्चित करना शामिल है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का उद्घाटन 1 जुलाई 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहडोल, मध्य प्रदेश से किया था। इस मिशन का उद्देश्य जागरूकता पैदा करके, वित्त वर्ष 2025-26 तक प्रभावित आदिवासी क्षेत्रों में 0-40 वर्ष आयु वर्ग के 7 करोड़ व्यक्तियों की सार्वभौमिक जांच करके, और केंद्रीय मंत्रालयों एवं राज्य सरकारों के सहयोगात्मक प्रयासों से परामर्श प्रदान करके, 2047 तक भारत में सिकल सेल एनीमिया को समाप्त करना है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी