राष्ट्रपति के झारखंड प्रवास के पहले व्यवस्था चाक-चौबंद करें : मुख्य सचिव
बैठक की तस्वीर


-दो दिवसीय दौरे पर 31 जुलाई को राष्ट्रपति पहुंचेंगी झारखंड

रांची, 22 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 31 जुलाई से एक अगस्त तक दो दिवसीय दौरे पर देवघर, रांची और धनबाद पहुंच रही हैं। इस दौरान वह देवघर एम्स के पहले दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी जबकि धनबाद में आइआइटी (आइएसएम) के दीक्षांत समारोह में भी शामिल होंगी।

राष्ट्रपति मुर्मु के आगमन की तैयारियों को लेकर मंगलवार को मुख्य सचिव अलका तिवारी की अध्यक्षता में यहां के प्रोजेक्ट भवन में समीक्षा की गयी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को राष्ट्रपति के दौरे को लेकर हर छोटी-बड़ी व्यवस्था को समय रहते चाक-चौबंद कर लेने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि सावन माह में देवघर में श्रद्धालुओं के कांवड़िया पथ को बिना बाधित किये राष्ट्रपति को एयरपोर्ट से एम्स तक ले जाने के लिए अलग मार्ग तय किया गया है।

मुख्य सचिव ने राष्ट्रपति के आगमन से लेकर प्रस्थान तक की व्यवस्था तय करते हुए उसकी जवाबदेही संबंधित विभागों को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। वहीं अन्य व्यवस्था की निगरानी बतौर नोडल पदाधिकारी वाणिज्य कर विभाग के सचिव अमिताभ कौशल और आईजी अखिलेश कुमार झा करेंगे। पब्लिक एड्रेस सिस्टम की जवाबदेही सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की होगी। देवघर, धनबाद और रांची के उपायुक्तों ने समीक्षा के दौरान राष्ट्रपति के आगमन से लेकर प्रस्थान तक के कार्यक्रमों को पूरे प्रोटोकॉल के साथ संपन्न कराने का ब्लू प्रिंट साझा किया।

इसी तरह समीक्षा के दौरान मंच व्यवस्था के प्रारूप, राष्ट्रपति के प्रत्येक कार्यक्रम के लिए नोडल पदाधिकारी को नामित करना, देवघर, धनबाद और रांची में आगवानी और विदाई के दौरान उपस्थित रहनेवाले महानुभावों की सूची, एयरपोर्ट पर रेड कार्पेट और बुके की व्यवस्था, राष्ट्रीय गान की व्यवस्था, कारकेड की व्यवस्था, आउट राइडर्स की व्यवस्था, फोटोग्राफरों के लिए खुली जीप की व्यवस्था, बैगेज वैन एवं बैगेज कर्मी तथा छाता की व्यवस्था, देवघर एयरपोर्ट से एम्स तक पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था, ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था और मंच से संबोधित करनेवाले महानुभावों की सूची पर विस्तृत चर्चा के बाद जवाबदेही तय की गयी।

इसके अतिरिक्त समीक्षा के दौरान राष्ट्रपति के आगमन और प्रस्थान के दौरान उनके साथ आये लोगों के आवासन और भोजन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई। साथ ही कार्यक्रम स्थल पर चिकित्सीय व्यवस्था, पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था, अग्निशमन की व्यवस्था सहित अन्य पर भी फोकस किया गया।

उल्लेखनीय है कि इसके पहले 10-11 जून को राष्ट्रपति का झारखंड दौरा अपरिहार्य कारणों से स्थगित हो गया था। उस समय तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने उनके झारखंड प्रवास को यादगार बनाने पर बल दिया था। 31 जुलाई से 01 अगस्त तक राष्ट्रपति के दो दिवसीय दौरे की तैयारियों की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि पूर्व के दौरे के दौरान दिये गये निर्देश इस बार भी यथावत रहेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे