मप्र कांग्रेस ने की अतिवृष्टि से बर्बाद किसानों के लिए तत्काल मुआवजे और सर्वेक्षण की मांग
मुकेश नायक


ग्वालियर, 22 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने ग्वालियर-चंबल संभाग के डबरा, भिंड, शिवपुरी, करेरा, और दतिया जिलों में लगातार हो रही अतिवृष्टि के कारण हुई भारी तबाही और प्रशासन की निष्क्रियता पर गहरी चिंता जताई है।

मुकेश नायक ने मंगलवार काे बताया कि दतिया जिले के सेवढ़ा, भांडेर, और दतिया विकासखण्डों सहित इन पाँच जिलों के कम से कम 200 गांवों में भारी बारिश ने फसलों को व्यापक नुकसान पहुँचाया है। तिलहन और दलहन की फसलें कई स्थानों पर 100 प्रतिशत नष्‍ट हो चुकी हैं। इससे पहले से ही कर्ज के बोझ तले दबे किसान गंभीर आर्थिक संकट में हैं। इसके अतिरिक्त, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सैकड़ों मकान ढह चुके हैं या क्षतिग्रस्त हो गए हैं, लेकिन राज्य सरकार और प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

नायक ने सवाल उठाया, जब गाँवों में तबाही स्पष्ट दिख रही है, तो राजस्व विभाग की टीमें अब तक सर्वेक्षण के लिए क्यों नहीं भेजी गईं? क्यों कोई आधिकारिक पंचनामा या क्षति का सर्वेक्षण नहीं हुआ? उन्होंने मांग की कि प्रशासन तत्काल प्रभावित गांवों में राजस्व अमले की टीम भेजें और राजस्व पुस्तक परिपत्र (RBC) दिशा निर्देशों के अनुसार किसानों व प्रभावित परिवारों को शीघ्र मुआवजा प्रदान करे।

कांग्रेस की मांगें

सभी प्रभावित गांवों में तत्काल राजस्व टीम भेजकर पारदर्शी सर्वेक्षण किया जाए।

जिन परिवारों के घर टूटे हैं, उन्हें पुनर्वास और राहत शिविर की सुविधा दी जाए।

प्रभावित किसानों को कर्जमाफी और अगली फसल के लिए सहायता उपलब्ध कराई जाए।

राजस्व पुस्तक परिपत्र की धारा 6-4 में संशोधन कर हल्का पटवारी की जगह खेत को ईकाई मानकर सर्वे कराया जाए ताकि किसानों को न्यायोचित मुआवजा एवं राहत राशि मिल सके।

मुकेश नायक ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन शीघ्र कार्रवाई नहीं करता, तो कांग्रेस पार्टी जनहित में आंदोलन के लिए बाध्य होगी। उन्होंने कहा, किसानों को पुनः बुवाई के लिए अतिरिक्त लागत वहन करनी पड़ रही है। सरकार को सहानुभूति दिखाते हुए तत्काल राहत और मुआवजा सुनिश्चित करना चाहिए ताकि किसान अपनी फसल की तैयारी पुनः शुरू कर सकें।

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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे