अभिमान को छोड़कर जीवन को सरल बनाएं - संत राजरत्न महाराज
मंदसौर, 22 जुलाई (हि.स.)। मानव जीवन में यदि अभिमान है तो हमें देव, गुरू धर्म की कृपा नहीं मिल पायेगी। अभिमान को छोड़कर ही हम देव गुरू धर्म की कृपा प्राप्त कर सकते है। भक्ताम्बर के रचचिता आचार्य मानतुंगसूरिजी ने भक्ताम्बर की रचना के पूर्व अपना पूरा अभ
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