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मास्को, 22 जुलाई (हि.स.)। रूस के सुप्रीम कोर्ट की चीफ जस्टिस इरिना पोडनोसोवा का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने 71 वर्ष की आयु में राजधानी मॉस्को में अंतिम सांस ली। पोडनोसोवा कैंसर से पीड़ित थीं।
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास के अनुसार, पोडनोसोवा ने 17 अप्रैल, 2024 को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस व्याचेस्लाव लेबेदेव के निधन के बाद कार्यभार संभाला। पोडनोसोवा का जन्म 1953 में प्सकोव शहर में हुआ था। 1975 में, उन्होंने जदानोव लेनिनग्राद विश्वविद्यालय के विधि विभाग से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
लेनिनग्राद में 15 वर्ष तक वकील के रूप में काम करने के बाद उन्हें 1990 में लेनिनग्राद क्षेत्र के लुगा में नगर न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया। 2003 में वे न्यायालय की प्रमुख न्यायाधीश बनीं। 2017 में लेनिनग्राद क्षेत्रीय न्यायालय की प्रमुख बनीं। एक वर्ष बाद उन्होंने सामान्य क्षेत्राधिकार न्यायालयों में सुधार के प्रयासों के तहत स्थापित सामान्य क्षेत्राधिकार के द्वितीय अपील न्यायालय का नेतृत्व किया। 24 जुलाई, 2020 को उन्हें सर्वोच्च न्यायालय में आर्थिक विवादों के लिए न्यायिक पैनल का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
द मॉस्को टाइम्स अखबार के अनुसार, चीफ जस्टिस इरिना पोडनोसोवा ने इलाज के दौरान भी अपने विधायी कर्तव्य का निर्वहन किया। वह देश के शीर्ष अदालत की प्रमुख बनने वालीं पहली महिला हैं। उनके निधन के बाद उप मुख्य न्यायाधीश यूरी इवानेंको को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्ति किया गया है। चीफ जस्टिस इरिना पोडनोसोवा, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सहपाठी रही हैं। उन्हें राष्ट्रपति की सिफारिश पर उच्च सदन फेडरेशन काउंसिल ने सर्वोच्च न्यायालय का प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किया था।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद