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पुंछ, 22 जुलाई (हि.स.)। सद्भावना को बढ़ावा देने और मानवीय सहायता प्रदान करने के अपने निरंतर प्रयासों के तहत भारतीय सेना ने मरहोटे और सुरनकोट के दूरस्थ और उपेक्षित क्षेत्रों में एक व्यापक चिकित्सा आउटरीच शिविर का आयोजन किया। यह पहल ऑपरेशन सद्भावना के तहत राष्ट्र निर्माण और नागरिक-सैन्य सहयोग के लिए सेना की निरंतर प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
इस शिविर में बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों सहित 550 स्थानीय निवासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सेना के चिकित्सा अधिकारियों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मरहोटे के चिकित्सा अधिकारी, पैरामेडिक्स और सहायक कर्मचारियों की एक समर्पित टीम ने निःशुल्क चिकित्सा परामर्श, नैदानिक सेवाएँ और आवश्यक दवाएँ प्रदान कीं। इन अलग-थलग समुदायों में गंभीर स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए सामान्य चिकित्सा, बाल रोग, हड्डी रोग और स्त्री रोग में विशेष देखभाल प्रदान की गई।
इस सक्रिय पहल का उद्देश्य दूर-दराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की कमी को पूरा करना है जहाँ चुनौतीपूर्ण भूभाग और जलवायु परिस्थितियों के कारण चिकित्सा बुनियादी ढाँचे तक पहुँच सीमित है। इस शिविर ने न केवल भारतीय सेना की जन-केंद्रित और मिशन-तैयार सेना के रूप में छवि को मज़बूत किया बल्कि स्थानीय जनता और सशस्त्र बलों के बीच विश्वास और सहयोग को भी बढ़ाया। स्थानीय निवासियों ने खासकर उन इलाकों में जहाँ नागरिक स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए भारतीय सेना के प्रयासों के लिए गहरा आभार व्यक्त किया।
इस तरह के आउटरीच कार्यक्रम भारतीय सेना और उसके नागरिकों के बीच संबंधों को मज़बूत करने और शांति, विकास और आपसी सम्मान के माहौल को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारतीय सेना मरहोटे और सुरनकोट के लोगों के कल्याण के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है और इस क्षेत्र के दूरदराज के समुदायों के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए ऐसी पहल करती रहेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह