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अररिया, 22 जुलाई(हि.स.)।
गुजरात के पोरबंदर से असम के सिलचर तक जोड़ने वाला ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर के तहत बना फोरलेन सड़क पर फारबिसगंज में आईटीआई के पास स्थित सीताधार पर बना पुल का एप्रोच स्लैब मंगलवार को धंस गया।जिससे हाइवे पर इस रूट से आवागमन ठप्प हो गया है।फिलहाल सर्विस रोड से वाहनों का आवागमन कराया जा रहा है।सूचना के बाद एनएचएआई के अधिकारी मौके पर पहुंचकर युद्धस्तर पर काम को शुरू कर दिया है।एनएचएआई के अधिकारियों का दावा है कि सड़क को दो दिनों के भीतर मोटरेबल बना दिया जाएगा।
सीताधार पुल कई वर्ष पुराना है और प्रत्येक वर्ष इसके मेंटेनेंस का कार्य किया जाता रहा है।फोरलेन सड़क निर्माण के समय एजेंसी के द्वारा पुराने पुल को ही मरम्मती कर उसका कालीकरण कर उसे व्यवहार में लाया गया था। बारिश के कारण पुल के एप्रोच स्लैब के नीचे की मिट्टी खिसक गई, जिससे स्लैब दब गया और सड़क पर गड्ढा बन गया। इससे गुजरने वाले खासकर छोटे वाहनों को लगातार झटका लग रहा था,जो कभी भी बड़े हादसे का गवाह बन सकता था। सुरक्षा को देखते हुए मुख्य मार्ग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
इस संबंध में एनएचएआई पूर्णिया के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि यह मेंटेनेंस वर्क है। एप्रोच स्लैब मिट्टी पर टिका होता है और बारिश से रेन कट के कारण उसमें थोड़ी कमजोरी आई, जिससे झटका महसूस हो रहा था। फिलहाल समस्या के समाधान के लिए कार्य जारी है और जल्द ही आवागमन सामान्य हो जाएगा।
उल्लेखनीय हो कि यह फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग ‘चतुर्भुज योजना’ के तहत बना है, जो असम के सिलचर से लेकर गुजरात के पोरबंदर तक फैला हुआ है। इस मार्ग से देश-विदेश के बड़े-बड़े वाहन प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में गुजरते हैं। ऐसे में इस पुल का महत्त्व केवल स्थानीय नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी है।
इधर, सर्विस लेन पर बढ़े ट्रैफिक दबाव के कारण जाम की स्थिति बन गई है, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पुल न सिर्फ पुराना बल्कि कमजोर भी हो चला है। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि यहां एक नए और मजबूत पुल का निर्माण कराया जाए, ताकि भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सके।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर