Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
देहरादून, 22 जुलाई (हि.स.)। अधिक वर्षा व नदियों में गाद की मात्रा में वृद्धि से यूजेवीएन लिमिटेड के विद्युत गृहों के उत्पादन रोकना पड़ा है। गांव सामान्य होने पर विद्युत उत्पादन फिर शुरू कर दिया जाएगा।
उत्तराखंड जल विद्युत निगम ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि नदियों में गाद बढ़ने परियोजनाओं पर खतदशरे को देखते हुए उत्पादन रोका गया है।21 जुलाई 2025 को यूजेवीएन लिमिटेड की परियोजनाओं के जल संग्रहण क्षेत्र में हुई अत्यधिक वर्षा के कारण नदियों विशेषकर यमुना घाटी की टौंस और यमुना नदी के जल का स्तर बढ़ने के साथ ही उसमें गाद की मात्रा में अत्यधिक वृद्धि दर्ज की गई। इससे संबंधित विद्युतगृहों की मशीनों और बांध व बैराज आदि संरचनाओं की सुरक्षा के लिवए विद्युत गृहों को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा।
यहां उल्लेख करना आवश्यक है कि यूजेवीएन लिमिटेड की परियोजनाएं इस प्रकार से डिजाइन की गई हैं कि वे 3000 पीपीएम तक पर भी विद्युत उत्पादन करती हैं, लेकिन पीपीएम की मात्रा इससे अधिक होने पर मशीनों के क्षतिग्रस्त होने की संभावना रहती है और ऐसी स्थिति में लंबी अवधि तक विद्युत उत्पादन बाधित होने के कारण बड़े आर्थिक नुकसान का जोखिम रहता है। इसीलिए गाद की मात्रा अधिक होने पर निगम ने मशीनों को कुछ समय तक के लिए बंद कर विद्युत उत्पादन रोक दिया जाता है। स्थिति सामान्य होने पर विद्युत उत्पादन पुनः आरंभ कर दिया जाएगा।
21 जुलाई को भी ऐसी ही परिस्थितियां उत्पन्न होने पर कुछ विद्युतगृहों से उत्पादन रोकना पड़ा था। अत्यधिक गाद के कारण छिबरो, खोदरी, ढकरानी, ढालीपुर एवं व्यासी विद्युत गृहों का उत्पादन प्रभावित हुआ। इस दौरान टौंस नदी पर पीपीएम की मात्रा 12,060 तक पहुंच गई थी। साथ ही यमुना नदी पर व्यासी बांध में पीपीएम की मात्रा 7750 व डाकपत्थर बैराज पर यह 30000 तक पहुंच गई थी।
21 जुलाई की शाम से निगम के छिबरो, खोदरी, ढकरानी, ढालीपुर तथा व्यासी विद्युत गृहों का उत्पादन प्रभावित हुआ।दिनांक 22 जुलाई को टौंस नदी पर गाद की मात्रा 3000 पीपीएम से कम होने के उपरांत, छिबरो एवं खोदरी विद्युत गृहों से सुबह 10:00 बजे से विद्युत उत्पादन प्रारंभ कर दिया गया। अन्य विद्युत गृहों से भी नदी जल में गाद की मात्रा सामान्य होने पर विद्युत उत्पादन प्रारंभ कर दिया जाएगा।
वर्षाकाल के लिए निगम प्रबंधन ने पूर्व में ही योजनाबद्ध तरीके से तैयारी कर ली जाती है, इसीलिए वर्तमान में भी निगम के सभी विद्युतगृहों की मशीनें सुरक्षित रूप से नदी जल के स्तर एवं उपस्थित गाद की मात्रा के अनुसार उत्पादन कर रही थीं।
इस वर्ष अब तक निगम ने केवल विगत वर्ष के विद्युत उत्पादन से अधिक विद्युत उत्पादन कर लिया गया है, अपितु यह उत्पादन इस वर्ष के अब तक के तय लक्ष्य से भी आगे चल रहा है। निगम ने वित्तीय वर्ष 2025–26 में वर्तमान तक कुल 1845.063 मिलियन यूनिट लक्ष्य के सापेक्ष 1885.846 मिलियन यूनिट विद्युत कर उत्पादन कर लिया है, जो कि तय लक्ष्य से 40.783 मिलियन यूनिट अधिक है। साथ ही निगम का वर्तमान विद्युत उत्पादन विगत वित्तीय वर्ष के 21 जुलाई 2024 तक किए गए 1779.538 मिलियन यूनिट से भी 106.30 मिलियन यूनिट अधिक है।
--------------
हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल