बिहार की मतदाता सूची में व्यापक विसंगतियां उजागर, 52 लाख नामों में गड़बड़ी
बिहार की मतदाता सूची में व्यापक विसंगतियां उजागर, 52 लाख नामों में गड़बड़ी


नई दिल्ली, 22 जुलाई (हि.स.)। चुनाव आयोग ने आज बताया कि बिहार में चलाए जा रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में अब तक 52 लाख से अधिक मतदाताओं की प्रविष्टियों में गड़बड़ी पायी गयी है। इनमें मृत, स्थानांतरित, दोहरी प्रविष्टियों और अज्ञात पते वाले नाम शामिल हैं।

आयोग के अनुसार बिहार में चल रहे एसआईआर में अब तक 18.66 लाख मृत मतदाताओं के नाम सूची में पाए गए हैं। वहीं 26 लाख मतदाता अपने पंजीकृत पते से अन्य विधानसभा क्षेत्रों में स्थानांतरित हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त 7.5 लाख ऐसे मतदाता हैं जिनका नाम दो जगह दर्ज है और 11 हजार से अधिक मतदाताओं का वर्तमान पता नहीं चल पाया है। इन त्रुटियों को दूर करने के लिए सभी पंजीकृत मतदाताओं को 1 अगस्त को प्रकाशित होने वाली प्रिंटेड मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा। इसके लिए जिला स्तर पर लगभग एक लाख बीएलओ, चार लाख वालंटियर और डेढ़ लाख बीएलए को नियुक्त किया गया है। इनकी मदद से जिन मतदाताओं ने अब तक अपना दावा या आपत्ति दर्ज नहीं कराई है, उनसे संपर्क किया जाएगा।

आयोग के अनुसार 24 जून तक बिहार में कुल 7,89,69,844 मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें से अब तक 7,16,04,102 मतदाताओं की मैनुअल और 7,13,65,460 की डिजिटल गणना की जा चुकी है। सत्यापन के दौरान कुल 52,30,126 मतदाता ऐसे पाए गए हैं जिनकी प्रविष्टियां त्रुटिपूर्ण थीं, जो कुल का 6.62 प्रतिशत है। वहीं 2.7 प्रतिशत यानी 21,35,616 मतदाताओं की गणना अभी बाकी है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि 1 अगस्त से 1 सितंबर तक कोई भी व्यक्ति मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने या सुधार के लिए आपत्ति दर्ज करा सकता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा