हिमाचल सरकार की जॉब ट्रेनी स्कीम युवाओं से खुला मज़ाक : डॉ. सिकंदर कुमार
Doctor Sikander


शिमला, 22 जुलाई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश सरकार की नई जॉब ट्रेनी स्कीम पर प्रदेश भाजपा महामंत्री और राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार ने कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने इस स्कीम को प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ बताते हुए कहा कि यह योजना पूरी तरह भ्रामक है और सरकार के वायदों के उलट है।

डॉ. सिकंदर कुमार ने मंगलवार को कहा कि चुनावों से पहले कांग्रेस ने 5 लाख युवाओं को पक्की सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था। लेकिन सत्ता में आते ही उस वायदे को भूलकर अब युवाओं को “जॉब ट्रेनी” बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह योजना युवाओं को स्थायी रोजगार देने की जगह उन्हें पहले ट्रेनी बनाकर दो साल तक काम करवाएगी और फिर दोबारा परीक्षा देनी पड़ेगी। ऐसे में युवा सरकार के हाथ का खिलौना बनकर रह जाएंगे और यह भी तय नहीं है कि कब पक्की नौकरी मिलेगी।

उन्होंने कहा कि पहले से ही युवा अनुबंध पर भर्ती और अस्थायी नियुक्तियों से परेशान थे, अब नई योजना उनके भविष्य को और ज्यादा अनिश्चित बनाएगी। सरकार ने अपने चुनावी वायदों से मुंह मोड़कर बेरोजगार युवाओं के साथ बड़ा धोखा किया है।

डॉक्टर सिकंदर कुमार ने कहा कि सरकार को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बंद करना चाहिए और पक्की नौकरियों के अपने चुनावी वादे को निभाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जॉब ट्रेनी योजना सिर्फ दिखावे की स्कीम है, जिससे न तो युवाओं को स्थायी सुरक्षा मिलेगी और न ही उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।

डॉ. सिकंदर कुमार ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रदेश के सांसद आपदा प्रभावितों की आवाज़ बुलंद करें। इस पर उन्होंने स्पष्ट किया कि हिमाचल के सभी सांसद लगातार आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं, मदद दे रहे हैं और अपनी सांसद निधि से भी योगदान कर रहे हैं। आपदा प्रभावितों का मुद्दा संसद के अंदर व बाहर प्रभावी तरीके से उठाया जा रहा है और इसे केंद्रीय मंत्रियों के समक्ष भी रखा जा रहा है। इसके अलावा प्रदेश के सभी सांसदों द्वारा व्यक्तिगत रूप से भी प्रभावितों की पूरी मदद की जा रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा