दिलीप घोष की वापसी के संकेत, बोले— पार्टी और कार्यकर्ता चाहें तो खड़गपुर से लड़ूंगा विधानसभा चुनाव
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कोलकाता, 22 जुलाई (हि.स.)। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने आगामी 2026 विधानसभा चुनाव में खड़गपुर से चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। मंगलवार सुबह खड़गपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या वे एक बार फिर खड़गपुर से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होंने जवाब दिया—कोशिश करूंगा। पार्टी जो कहेगी, वही करूंगा। पार्टी से मुझे कुछ चाहिए नहीं, और पार्टी को भी मुझसे कुछ चाहिए नहीं।

दिलीप घोष की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन के बाद उनकी राजनीतिक सक्रियता एक बार फिर बढ़ी है। शमिक भट्टाचार्य के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से दिलीप घोष को पहले की तरह जनसंपर्क और मीडिया संवाद में सक्रिय देखा जा रहा है। वह नियमित तौर पर सुबह की सैर के दौरान लोगों से मिल रहे हैं और जिलों में पार्टी कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं।

दिलीप घोष ने 2016 में खड़गपुर सदर सीट से चुनाव लड़कर आठ बार के कांग्रेस विधायक ज्ञानसिंह सोहनपाल को हराया था। उस समय वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। इसके बाद 2019 में मेदिनीपुर लोकसभा सीट से सांसद बने। लेकिन 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने खड़गपुर से अभिनेता हिरेन चटर्जी (हिरण) को टिकट दिया।

2024 के लोकसभा चुनाव में दिलीप घोष को बर्धमान-दुर्गापुर सीट से उतारा गया, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद से उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें लगने लगी थीं।

बीते कुछ वर्षों में दिलीप घोष को पार्टी नेतृत्व के साथ टकराव, कार्यक्रमों से दूरी और दिल्ली में नेतृत्व से नाराज़गी जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। लेकिन इन सबके बावजूद वे एक बार फिर पूरी सक्रियता के साथ मैदान में नजर आ रहे हैं।

खड़गपुर में लगातार उपस्थिति, स्थानीय कार्यक्रमों में भागीदारी और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद यह संकेत दे रहे हैं कि वे फिर से इस सीट को साधने की तैयारी में हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर