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शिमला, 22 जुलाई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार की नई ‘जॉब ट्रेनी’ योजना पर सियासी घमासान तेज हो गया है। भारतीय जनता पार्टी शिमला के जिलाध्यक्ष केशव चौहान ने इस योजना को प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं के साथ सबसे बड़ा छल करार देते हुए सरकार पर तीखा हमला बोला।
मंगलवार को प्रेस वार्ता में केशव चौहान ने कहा कि यह योजना कांग्रेस सरकार का सुनियोजित षड्यंत्र है, जिससे सरकार युवाओं को स्थायी रोजगार का सपना दिखाकर गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना में न तो सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिलेगा, न मेडिकल सुविधाएं और न ही स्थायी नौकरी की कोई गारंटी है। युवाओं को पहले परीक्षा देनी होगी, फिर दो साल तक अस्थायी तौर पर काम करना होगा और उसके बाद दोबारा परीक्षा देनी पड़ेगी। इस पूरी प्रक्रिया में युवाओं का समय भी नष्ट होगा और भविष्य भी अनिश्चित रहेगा।
उन्हाेंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले एक लाख युवाओं को रोजगार और 63 हजार खाली पद भरने का वादा किया था। लेकिन सरकार ने अभी तक भर्तियों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उल्टा एचपीएसएससी जैसी भर्ती संस्थाएं बंद कर दी गईं, जिससे भर्ती प्रक्रियाएं रुक गई हैं और लाखों युवा असमंजस में हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में नौकरियां “सरकारी मित्रों” को बांटी जा रही हैं - जैसे वन मित्र, पशु मित्र, मुख्यमंत्री मित्र जैसे नए-नए पदनाम देकर सिर्फ चहेतों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। बाकी युवा लाइब्रेरी और कोचिंग सेंटर्स में तैयारी करते रह जाते हैं, लेकिन उनकी परीक्षाएं रद्द कर दी जाती हैं या परिणाम लटका दिए जाते हैं।
केशव चौहान ने सवाल उठाया कि ‘जॉब ट्रेनी’ योजना को लागू करने के लिए सरकार के पास कोई स्पष्ट नीति क्यों नहीं है? उन्होंने इसे पूरी तरह से भ्रामक, असफल प्रयोग और युवाओं की उम्मीदों के साथ क्रूर मज़ाक बताया।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा