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चंडीगढ़, 02 जुलाई (हि.स.)। पहलगाम हमले बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़े तनाव के दौरान ड्रोन हमले में घायल युवक लखविंद्र की करीब दो माह बाद मंगलवार रात मौत हो गई। लखविंद्र लुधियाना के अस्पताल में उपचाराधीन था। लखविंद्र की पत्नी की हमले के दौरान ही मौत हो गई थी। बुधवार काे मेडिकल बाेर्ड ने पाेस्टमार्टम के बाद शव परिजनाें काे साैंप दिया।
सात मई को भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से सीमा पर गोलीबारी की गई और ड्रोन व मिसाइलों से हमले किए गए। इसी दौरान नौ मई को पंजाब में पाकिस्तान की सीमा से सटे जिले फिरोजपुर के गांव खाई फेमे में लखविंद्र सिंह के घर पर पाकिस्तानी ड्रोन गिरा। इससे परिवार के 3 सदस्य घायल हो गए।
लुधियाना के डीएमसी अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार, गांव खाई फेमे की रहने वाली सुखविंदर कौर सौ प्रतिशत जल गई थी, जिससे उन्हें बचाया नहीं जा सका। वहीं उनके पति लखविंदर सिंह (55) करीब 70 प्रतिशत तक झुलस गए थे। उन्होंने मंगलवार रात दम तोड़ दिया। इस हादसे में लखविंद्र सिंह का बेटा जसवंत सिंह भी झुलस गया था। हादसे में आंगन में खड़े पशु भी आग की चपेट में आ गए थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा