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हरिद्वार, 2 जुलाई (हि.स.)। ऋषिकुल और गुरुकुल के चिकित्सकों और कर्मचारियों का आंदोलन बुधवार को भी जारी रहा। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी समस्याओं का स्थाई समाधान नहीं हो जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
बुधवार को चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड की उपशाखा ऋषिकुल और गुरुकुल आयुर्वेदिक चिकित्सालय विश्विद्यालय के कर्मचारियों ने परिसर निदेशक कार्यालय में तालाबंदी कर नारेबाजी और कार्य बहिष्कार किया। चिकित्सालय के चिकित्सक, प्रोफेसर भी धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने भी विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि गुरुवार से ओपीडी दाे घंटे बंद रहेगी। कक्षाओं में प्रोफेसर पढ़ाई नहीं कराएंगे। इस बीच धरना प्रदर्शन स्थल पर कुल सचिव डाॅ. ओपीसिंह ने आकर बताया कि प्रमुख सचिव वित्त, सचिव आयुष, आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव की वार्ता हुई है। वेतन जारी करने के लिए सहमति हुई है, परन्तु अभी 15 तारीख तक इंतजार करना होगा।
धरना प्रदर्शन को संबोधित करने हुए डाॅ. संजय त्रिपाठी, डाॅ. प्रवेश तोमर एवं डाॅ. अंजली ने कहा कि जब तक वेतन हमारे खातों में नहीं आ जाता तब तक कक्षाएं और ओपीडी का दाे घंटे का बहिष्कार रहेगा। जल्द ही स्थाई समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन प्रदर्शन और उग्र किया जा सकता है।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा आयुर्वेद एवं यूनानी कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री के के तिवारी आयुर्वेदिक फार्मेसी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष अशोक कुमार और मंत्री प्रिंस ने कहा कि जल्द ही कर्मचारियों की मांगों पर ठोस फैसला नहीं लेने की दशा में कर्मचारी जनपद हरिद्वार में जो भी जनप्रतिनिधि और मंत्री जी आयेंगे उनको अपनी पीड़ा से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा जाएगा।
धरना प्रदर्शन में दिनेश लखेडा डाॅ. संजय त्रिपाठी, डाॅ. प्रवेश तोमर, छत्रपाल सिंह, ताजबर सिंह, डाॅ. अंजली, डाॅ. सीमा, डाॅ. कीर्ति अनिल कुमार, लोकेंद्र, ज्योति नेगी, मनोज पोखरियाल, सुमंत पाल, डाॅ. शैलेन्द्र, डाॅ. शशिकांत तिवारी सहित सभी कर्मचारी शामिल रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला