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श्रीनगर, 02 जुलाई (हि.स.)। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता और पुलवामा के विधायक वहीद उर रहमान पारा ने बुधवार को एडवोकेट जनरल का पद खाली छोड़ने के लिए सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार चुने जाने के बाद से नौ महीने बीत चुके हैं।
उन्होंने सरकार से सवाल किया देरी क्यों। इसे जानबूझकर की गई निष्क्रियता करार देते हुए पारा ने कहा कि ऐसे समय में जब 5 अगस्त से शुरू हुए महत्वपूर्ण संवैधानिक मामले अदालतों में हैं, यह शून्यता जानबूझकर की गई है।
एक्स पर एक पोस्ट में पारा ने लिखा कि चुनी हुई सरकार के 9 महीने के बाद भी जम्मू कश्मीर में कोई एडवोकेट जनरल नहीं है। ऐसे समय में जब 5 अगस्त से शुरू हुए महत्वपूर्ण संवैधानिक मामले अदालतों में हैं यह शून्यता जानबूझकर की गई है। सीमा पार से खतरों का सामना कर रहे एक सीमावर्ती राज्य में कानूनी सहायता और सलाह से इनकार करना न्याय, जवाबदेही और उपचार को बाधित करता है।
हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता