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- यात्री समय और ईंधन दोनों की होगी बचत, हाई-वे पर ट्रैफिक जाम से राहत
नई दिल्ली, 2 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे और जयपुर के बीच सीधी, नियंत्रित-प्रवेश (एक्सेस-कंट्रोल्ड) कनेक्टिविटी देने वाला 66.916 किलोमीटर लंबा चार लेन वाला ग्रीनफील्ड बांदीकुई हाई-वे पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है। इस परियोजना पर कुल 2,016 करोड़ रुपये की लागत आई है।
यह मार्ग रणनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि अब दिल्ली से जयपुर जाने के लिए यात्रियों को लंबा और ईंधन खपत वाला रास्ता नहीं लेना पड़ेगा। नई सड़क सीधे और तेज़ मार्ग के रूप में कार्य करेगी। इस नए हाई-वे से दिल्ली से जयपुर की यात्रा अब केवल 3 घंटे में पूरी की जा सकेगी, जबकि पहले इस मार्ग में लगभग 3 घंटे 45 मिनट का समय लगता था। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग-48 (एनएच-48) और राष्ट्रीय राजमार्ग-21 (एनएच-21) पर ट्रैफिक दबाव कम होगा और जाम से राहत मिलेगी। यह परियोजना प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के तहत देश के बुनियादी ढांचे को मजबूती देने के दृष्टिकोण से भी एक बड़ा कदम है।
गडकरी ने कहा कि यह मार्ग क्षेत्रीय विकास को गति देगा और औद्योगिक, व्यापारिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने एक्स पोस्ट में कहा, “दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे और जयपुर के बीच अब सीधी, नियंत्रित पहुंच वाली सड़क उपलब्ध है, जो यात्रियों की यात्रा को न केवल तेज़ बनाएगी बल्कि ईंधन की बचत और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव भी डालेगी।”
गडकरी ने कहा कि बेहतर कनेक्टिविटी से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेग बल्कि जयपुर के प्रसिद्ध आकर्षणों जैसे कि आमेर किला और जंतर मंतर तक पहुंच भी बढ़ेगी और क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इससे लॉजिस्टिक लागत कम होगी, वाहनों की टूट-फूट कम होगी और स्थानीय किसानों, खासकर फल और सब्जी उत्पादकों के लिए नए बाजार बनेंगे, क्योंकि इससे दिल्ली के विशाल उपभोक्ता आधार तक निर्बाध पहुंच बनेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार