एनआईपीसीसीडी का नाम बदल कर रखा गया सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान
नई दिल्ली, 2 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) का नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान कर दिया गया है। यह कदम संस्थान की उभरती भूमिका और देशभर में महिलाओं एवं बच्चों के विकास के लिए क्
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय


नई दिल्ली, 2 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) का नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान कर दिया गया है। यह कदम संस्थान की उभरती भूमिका और देशभर में महिलाओं एवं बच्चों के विकास के लिए क्षेत्र-विशिष्ट, मिशन-संचालित मदद पर अधिक ध्यान केंद्रित करने को दर्शाता है। यह फैसला केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी की मौजूदगी में लिया गया।

महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने बुधवार को मंत्रालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि एनआईपीसीसीडी का नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान करना भारत के अग्रणी समाज सुधारकों में से एक की विरासत को श्रद्धांजलि है। यह कदम महिला एवं बाल-केंद्रित विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। शुक्रवार को झारखंड में नए क्षेत्रीय केंद्र स्थापित करने के महत्व पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रांची में नए क्षेत्रीय केंद्र का उद्घाटन पूर्वी क्षेत्र में विकेंद्रीकृत, क्षेत्र-विशिष्ट क्षमता निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। यह केंद्र न केवल हमारे अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण और सहायता तक बेहतर पहुंच प्रदान करके सशक्त करेगा, बल्कि जमीनी स्तर पर हमारे प्रमुख मिशनों को भी मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य में कोई भी महिला या बच्चा पीछे न छूटे।

उल्लेखनीय है कि

एनआईपीसीसीडी का नाम अब सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान रखा गया है, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है और वर्तमान में इसके क्षेत्रीय केंद्र बंगलुरु, गुवाहाटी, लखनऊ, इंदौर और मोहाली में हैं। यह महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में प्रशिक्षण, अनुसंधान, दस्तावेज़ीकरण और क्षमता निर्माण के लिए शीर्ष निकाय के रूप में कार्य करता है। संस्थान अपने ऑनलाइन और भौतिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न प्रमुख योजनाओं के तहत कार्यान्वयन तंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी