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इंफाल, 2 जुलाई (हि.स.)। कोहिमा और माओ के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-02 के एक महत्वपूर्ण हिस्से पर भारी भूस्खलन के कारण मणिपुर और नगालैंड के बीच आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। ज़रूरी सामान और यात्री वाहनों की आवाजाही थम गई है।
भूस्खलन फेसामा गांव में हुआ, जिससे दोनों राज्यों को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत में जुटा है।
अधिकारियों के अनुसार, नगालैंड सरकार ने आवश्यक भूमि उपलब्ध करा दी है, लेकिन क्षति अत्यधिक है और मरम्मत में काफी समय लगेगा।स्थिति को देखते हुए, हल्के और मध्यम वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग तय किए गए हैं।
हल्के वाहन: डिमापुर – कोहिमा – फेसामा – किसामा – जखामा – माओ – मरम – इंफाल (कुल दूरी: 193 किमी) तथा 2-एक्सल तक के वाहन: डिमापुर – कोहिमा – चाकाबामा – किडिमा – माओ – मरम – इंफाल (कुल दूरी: 207 किमी) तक।
माओ से चाकाबामा तक 28 किमी की सड़क, जिसमें मणिपुर की सीमा में 9 किमी शामिल है, पर पीडब्ल्यूडी मणिपुर द्वारा रखरखाव का कार्य जारी है। जीएसबी बिछाने का कार्य चल रहा है, जबकि डब्ल्यूएमएम और एसडीबीसी लेयर का कार्य मौसम में सुधार होने के बाद शुरू होगा।
हालांकि निर्माण कार्य चल रहा है, यह वैकल्पिक मार्ग सभी प्रकार के वाहनों के लिए खुला है और मणिपुर सीमा के भीतर यातायात सामान्य रूप से जारी है।
मणिपुर सरकार के संबंधित विभाग के प्रमुख सचिव ने नगालैंड सरकार के सचिव से समन्वय कर भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग भी प्रस्तावित किए हैं।
इनमें विकल्प 1: डिमापुर – झरनापानी – जलुकी – पेरेन – मरम – इंफाल (कुल दूरी: 293 किमी) तथा विकल्प 2: डिमापुर – कोहिमा – चाकाबामा – जेसामी – उखरूल – इंफाल (कुल दूरी: 372 किमी) शामिल हैं।
मानसून के इस संवेदनशील समय में भूस्खलन ने क्षेत्र में रसद की चुनौतियों को और बढ़ा दिया है। दोनों राज्यों की सरकारें मिलकर रास्ता बहाल करने और यातायात को सामान्य करने की दिशा में तेजी से काम कर रही हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश