भाजपा अध्यक्ष ने कहा- कांवड़ यात्रा में प्रतिष्ठानों की जानकारी लिखना सराहनीय
देहरादून, 02 जुलाई (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांवड़ यात्रा में प्रतिष्ठानों पर जानकारी सार्वजनिक करने की प्रक्रिया को कानून सम्मत बताते हुए स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि कांवड़ जैसी धार्मिक और आध्यात्मिक
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटृ।


देहरादून, 02 जुलाई (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांवड़ यात्रा में प्रतिष्ठानों पर जानकारी सार्वजनिक करने की प्रक्रिया को कानून सम्मत बताते हुए स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि कांवड़ जैसी धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा की पवित्रता और कानून व्यवस्था को बनाए रखना सरकार और हम सबकी जिम्मेदारी है। वहीं सपा सांसद हसन और कांग्रेस नेताओं के बयान को तुष्टिकरण से प्रेरित बताया।

पार्टी मुख्यालय में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान ये बातें कहीं। इस दौरान महेंद्र भट्ट ने अपने नए कार्यकाल को लेकर कहा कि केंद्रीय नेतृत्व और पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं ने जो विश्वास मुझ पर किया है उसपर पूरी तरह से खरा उतरने का प्रयास करूंगा। प्रदेश में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया जारी हैं और पार्टी की तरफ से जिला पंचायत सदस्य पदों को लेकर समर्थित उम्मीदवारों के नामों पर विचार अंतिम चरण में है। जिसके सभी नामों की घोषणा 5 जुलाई से पूर्व चरणबद्ध तरीके से कर दी जाएगी। वहीं आने वाले 2027 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के लक्ष्य प्राप्ति की रणनीति पर भी पार्टी, शीघ्र कार्य प्रारंभ करने जा रही है।

महेंद्र भट्ट ने कांवड़ यात्रा के दृष्टिगत प्रदेश सरकार के दुकानों पर नेम प्लेट सहित सभी जरूरी जानकारी लिखने की प्रक्रिया का स्वागत किया है। कानून भी इसकी इजाजत देता है कि व्यापारिक प्रतिष्ठान के मालिक, पंजीकरण आदि तमाम आवश्यक जानकारी को सार्वजनिक किया जाए। इससे अनावश्यक रूप से कांवड़ियों और दुकानदारों के मध्य पैदा होने वाले विवादों से बचा जा सकेगा। दरअसल कांवड़ एक धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा है, उसकी पवित्रता और कानून व्यवस्था बरकरार रखना सरकार और हम सबकी सामाजिक जिम्मेदारी है।

उन्होंने यूपी के सपा सांसद एसटी हसन की ओर से सरकार की इस कोशिश को पहलगाम के आतंकवादियों से जोड़ने का कठोर शब्दों में आलोचना की है। उन्होंने कहा कि सपा तुष्टिकरण की राजनीति के लिए इस तरह के बयान जानबूझकर देती है। लेकिन देवभूमि की जनता हमेशा से ऐसी राजनैतिक प्रवृति को सिरे से नकारती रही है। देवभूमि की जनता राज्य में सपा को कभी स्वीकार ही नहीं किया। ठीक यही हाल कांग्रेस का भी होने जा रहा है, क्योंकि उनके नेता भी मुस्लिम मतों के लालच में ऐसी ही समुदाय विशेष को खुश करने वाली बाते करते रहते हैं।

----

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार