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वाराणसी, 18 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को समाज में विघटन पैदा करने वालों पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि समाज में ऐसे लोगों की पहचान करना होगा। सावन में बिना किसी भेदभाव के कांवड़ यात्रा चल रही है। गरीब, अमीर से लेकर समाज के सभी लोग शामिल हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ये बातें वाराणसी के वसंत महिला महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि छोटी सी घटना होने पर कांड़ियों पर मीडिया ट्रायल किया जा रहा है। उन्हें उपद्रवी बताया जा रहा है और कुछ लोग तो उन्हें आतंकवादी कहने का भी दुस्साहस कर रहे हैं। ऐसे लोग समाज को विघटन पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी चुनौती ऐसी है कि कुछ लोग समाज में बिखराव पैदा कर लोगों को मुख्यधारा से अलग करने का काम करते हैं। ये लोग सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट बनाकर जातीय संघर्ष की स्थिति पैदा करते हैं। 2, 3 साल पहले ऐसे ही एक घटना हुई थी। एक आगजनी की घटना में एक व्यक्ति भगवा गमछा ओढ़े था। बीच में उसके मुंह से निकला या अल्लाह। ऐसे ही लोगों को चिन्हित करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि सावन का महीना चल रहा है। इससे पहले मुहर्रम था। हमने नियम बना दिये थे कि ताज़िये की लंबाई सीमित रखें। इससे बिजली, पेड़ की टहनी से लोगों की जान को नुकसान पहुंचता था। जौनपुर में एक घटना हुई। ताजिया को इतना ऊंचा किया कि हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ गए। 3 लोग मारे गए। बाद में उपद्रव हुआ तो मैंने कहा लाठी मारो इनको, ये बातों से नहीं मानेंगे। इसका किसी ने विरोध नहीं किया।
आज कांवड़ यात्री, भक्ति भावना से चलते हैं। 200, 300, 400 किलोमीटर कावंड़ को कंधे पर लेकर चले जाते हैं। हर हर बम बोलते हुए लेकिन उनका भी मीडिया ट्रायल होता है। उन्हें उपद्रवी, आतंकवादी तक बोला जाता है। ये वह मानसिकता है, जो हर प्रकार से भारत की विरासत और आस्था को अपमानित करने का काम करती है, यही लोग सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट बनाकर जातीय संघर्ष फैलाने का काम करते हैं।-----------------
हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला