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हरिद्वार, 17 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के स्थापना दिवस एवं अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के उपलक्ष्य में गुरुवार को जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड एवं आदर्श युवा समिति हरिद्वार के द्वारा बहुउद्देश्यीय साधन सहकारी समिति, पथरी में सहकारिता साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। आयोजन का उद्देश्य किसानों एवं ग्रामीण जनों को सहकारिता की उपयोगिता एवं इसके लाभों के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम में 45 किसानों ने प्रतिभाग किया।
अखिलेश डबराल, जिला विकास प्रबंधक (नाबार्ड) ने नाबार्ड की भूमिका और उसके द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि आधारित आजीविका को बढ़ावा देने, महिला सशक्तिकरण, वित्तीय समावेशन, एसएचजी आधारित मॉडल, तथा डेयरी, जैविक खेती जैसी गतिविधियों को सहयोग प्रदान कर रहा है।
लखबीर सिंह अध्यक्ष, आदर्श युवा समिति ने कहा कि सहकारिता किसानों को आत्मनिर्भर बनाती है। इसके माध्यम से सामूहिक खरीद-बिक्री, सस्ती दरों पर ऋण, तकनीकी प्रशिक्षण और बाजार से सीधा जुड़ाव संभव होता है। इससे किसानों की आय बढ़ती है और जोखिम घटता है।
अनिल चौहान, सचिव, साधन सहकारी समिति, पथरी ने समिति की कार्यप्रणाली का परिचय देते हुए बताया कि समिति न केवल खाद-बीज की आपूर्ति कर रही है, बल्कि किसानों को तकनीकी मार्गदर्शन, मृदा परीक्षण, ऋण सुविधा, और बाजार से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।
तुषार भटनागर, शाखा प्रबंधक, इंडियन ओवरसीज बैंक ने कहा कि बैंकिंग व्यवस्था अब केवल ऋण देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह किसानों और ग्रामीण उद्यमियों के लिए एक मार्गदर्शक और भागीदार की भूमिका निभा रही है।
आशीष गुप्ता, इफ्को प्रतिनिधि ने रासायनिक खादों के अत्यधिक प्रयोग से हो रहे भूमि क्षरण और उत्पादकता पर इसके प्रभाव के बारे में जागरूक किया।
कार्यक्रम में ग्राम प्रधान पथरी खुशी दास, स्थानीय प्रतिनिधि, कृषक जगदीश सिंह, रमन, बलवंत, शैलेन्द्र सिंह, ललिता प्रसाद, धूम सिंह आदि की सक्रिय सहभागिता रही।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला