बंगाल को फिलहाल नहीं मिलेगी बारिश से राहत, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
कोलकाता, 17 जुलाई (हि. स.)। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से भीग रहे दक्षिण बंगाल को फिलहाल राहत मिलने की संभावना नहीं है। अलीपुर मौसम कार्यालय के अनुसार, सोमवार से बुधवार के बीच कोलकाता में कुल 65 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, यानी औसतन हर
बारिश


कोलकाता, 17 जुलाई (हि. स.)। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से भीग रहे दक्षिण बंगाल को फिलहाल राहत मिलने की संभावना नहीं है। अलीपुर मौसम कार्यालय के अनुसार, सोमवार से बुधवार के बीच कोलकाता में कुल 65 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, यानी औसतन हर घंटे करीब एक मिलीमीटर। इसका मुख्य कारण था बंगाल और ओडिशा की सीमा पर बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव, जो अब झारखंड और बिहार की ओर बढ़ गया है, लेकिन बारिश की संभावना अभी खत्म नहीं हुई है।

मौसम विभाग का कहना है कि हालांकि निम्न दबाव का केन्द्र स्थानांतरित हो चुका है, लेकिन इससे उत्पन्न नमी अभी भी समुद्र से बंगाल की ओर बह रही है। यही कारण है कि दक्षिण बंगाल के सभी जिलों में 22 जुलाई तक हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। आसमान में बादलों की मौजूदगी बनी रहेगी और बीच-बीच में सूरज निकलने के बावजूद मौसम में उमस और नमी बरकरार रहेगी।

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पश्चिमी जिलों में अधिक बारिश, पुरुलिया और बांकुड़ा सबसे आगे

बंगाल के पश्चिमी जिलों— विशेषकर पुरुलिया और बांकुड़ा में इस मौसम में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण बंगाल के शेष जिलों में अब तक सामान्य स्तर की बारिश ही हुई है।

दूसरी ओर, उत्तर बंगाल में इस साल मानसून ने 29 मई को दस्तक दी थी, जो कि सामान्य समय सात जून से पहले है। इसके बावजूद यहां अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है। लेकिन आने वाले सात दिनों में स्थिति बदल सकती है। दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरदुआर जिलों में दो दिन भारी बारिश (सात से 11 सेंटीमीटर) के लिए पीली चेतावनी और एक दिन अतिभारी बारिश (सात से 20 सेंटीमीटर) के लिए ऑरेंज चेतावनी जारी की गई है।

हालांकि, भारी बारिश की संभावना बहुत कम है, लेकिन समुद्री नमी और बादलों की मौजूदगी के कारण बंगाल में बौछारों का सिलसिला जारी रहेगा। हवा भी तेज़ चलेगी और मौसम आमजन के लिए असहज बना रह सकता है। मौसम विभाग का स्पष्ट कहना है कि फिलहाल बंगाल को बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर